मध्यप्रदेश – राजनीती का स्तर पल पल में कैसे बदल रहा है, इस बात का अंदाज़ा तो आप मध्यप्रदेश (Madhya Prdaesh) और राजस्थान (Rajasthan) में चल रहे घटनाक्रम को देखकर ही समझ सकते हैं। कल तो सत्ता में होकर विपक्ष पर आरोप लगता था, आज वही विपक्ष खामोश हैं।
मामला मध्यप्रदेश का हैं। दरअसल, कांग्रेस (Congress) से बगावत कर पूर्व केंद्रीय मंत्री व दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने भाजपा (BJP) का दामन थामा। भाजपा का दामन थामते ही सिंधिया के खिलाफ बोलने वाले सभी नेताओं ने चुप्पी साध ली। मालूम हो कि जब सिंधिया कांग्रेस में थे तब भाजपा के नेता उनके ऊपर भू माफिया (Land Mafia) होने के आरोप लगाते थे। लेकिन चूंकि अब वो भाजपा का ही हिस्सा है तो पार्टी ने मोन साध लिया हैं।
वहीं, अब कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पर पूरी तरह से हमलावर हो चली हैं। कांग्रेस के नेता लगातार सिंधिया पर भू माफिया होने एवं ग्वालियर, शिवपुरी सहित प्रदेश में कई जगह सरकारी जमीनों पर कब्जा करने के आरोप लगा रही हैं। हालांकि सिंधिया और भाजपा की ओर से इसको लेकर कोई रिएक्शन नहीं लिया जा रहा हैं।
लेकिन अब सिंधिया के कट्टर समर्थक नेता प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradhuman Singh Tomar) ने कांग्रेस के इन आरोपों का ज़ोरदार पलटवार किया हैं। प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradhuman Singh Tomar) ने कहा कि आरोप लगाने वाले पहले अपना जमीर झांक लें, अपनी समीक्षा करें, आत्म चिंतन करें। उन्होंने कहा कि महाराज ने राज परिवार में जन्म लिया हैं जहाँ उन्होंने सोने की चम्मच में दूध पिया है उन्हें ये काम करने की क्या जरूरत।
प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradhuman Singh Tomar) ने आगे कहा कि मैं ऐसे लोगों के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। जनता सब देख रहीं हैं। उपचुनाव में फैसला हो जाएगा।