गुवहाटी में khelo india -3 में मध्यप्रदेश के लिये पदक जीतने वाले महज़ 16 साल के आरिफ़ मोहम्मद की कहानी
गुवहाटी में khelo india -3 में मध्यप्रदेश के लिये पदक जीतने वाले महज़ 16 साल के आरिफ़ मोहम्मद की कहानी
(GOLD:VIVEK KUMAR, SILVER: RINKU YADAV, BRONZE: ARIF MANSOORI)
शशांक तिवारी की यह विशेष रिपोर्ट
कहा जाता है कि इरादे जब बड़े हो तब कोई भी बड़े से बड़ा लक्ष्य हासिल किया जा सकता है बस जरूरत होती है तो कड़ी मेहनत और सच्ची लगन की
नाम-शेख मोहम्मद आरिफ़ मंसूरी
उम्र-महज़ 16 साल
इरादे इतने मज़बूत कि मात्र 16 साल की उम्र खेलों इंडिया-3 में
असम राज्य के गुवहाटी में मध्यप्रदेश के लिये कांस्य पदक जीता हैं |
क्या हैं khelo india ???
- Khelo India Youth Games (KIYG), पूर्व में Khelo India School Games (KISG), जिसका अर्थ है Play India Youth Games, जिसे जनवरी या फरवरी में वार्षिक रूप से आयोजित किया जाता है, भारत में दो श्रेणियों में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के बहु-विषयक जमीनी स्तर के खेल हैं, जो कि अंडर -17 वर्ष स्कूल हैं।
- छात्रों और अंडर -21 कॉलेज के छात्रों। हर साल सर्वश्रेष्ठ 1000 बच्चों को अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं के लिए तैयार करने के लिए 8 साल के लिए US 5 लाख (US $ 7,000) की वार्षिक छात्रवृत्ति दी जाएगी।
- यह भारत सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट हैं ,जिसे भारत के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2017 में लॉन्च किया गया था
- जिसमे ओलिंपिक के लिए खिलाड़ी को तैयार करना और उनके खेल को बेहतर तकनीक प्रदान करना उन पर विशेष ध्यान देना इसका एकमात्र लक्ष्य हैं |
आरिफ़ को यह पदक भाला फेंक में मिला हैं जिसे अंग्रेजी में हम javelin throw कहते हैं ,उन्होंने bronze medal मध्यप्रदेश के नाम किया हैं
भारत में जहाँ क्रिकेट के अलावा किसी दूसरे खेल को औऱ खिलाड़ियों को कोई खासा पहचान नहीं मिल पाता है ।ऐसे में आज हम लोकनीति चैनल के माध्यम से बात करने जा रहे हैं आरिफ़ मंसूरी के बारे में
मध्य प्रदेश के एक छोटी जगह सिहोरा से उभरते हुए नायाब सितारे का नाम है मोहम्मद आरिफ़ उम्र-16 साल
- पहले हम आपको थोड़ा न्यूट्रल करने की कोशिश करते हैं क्योंकि इस भीड़ भरी दुनिया में आप भी खोते जा रहे हैं और ऐसे ही कई सितारे हैं जो छोटी जगह से आते हैं ये लेकिन समय समय पर खेल में भी राजनीति का शिकार हुये खिलाड़ी ,वो भी हम औऱ आप की तरह दुनिया के खेल में खो जाते हैं
- ऐसे में हम सभी को आरिफ़ के बारे में जरूर जानना चाहिए
- आरिफ़ मध्यप्रदेश के सबसे बड़ी तहसील सिहोरा के रहने वाले है
- मात्र 16 साल की उम्र हैं
- मध्यम परिवार से ताल्लुक रखते हैं!
- चूंकि एक मध्यम परिवार से आने वाला बच्चा कोच नहीं रख सकता, पॉकेट की मार हैं साहब!
- ऐसे में आरिफ़ ने सहारा लिया youtube का
- अकेले ग्राउंड पर कड़ी मेहनत करते थे, सिहोरा के ग्राउंड अरुणाम घोष में वे प्रैक्टिस करते थे, जहाँ घास के नाम पर पड़ी होती थीं शराब के बोतलों की टूटी हुई काँच लेकिन इतनी परेशानी औऱ कठिन संघर्ष के बावज़ूद ,आरिफ़ जैसे खिलाड़ी छोटी -छोटी जगह से बड़े प्लेटफार्म में आकर इतना अच्छा परफॉर्म करते हैं तो वाक़ई यह बहुत खुशी कि बात हैं |