मध्यप्रदेश :gawalior में भड़काऊ पोस्ट डालने पर युवक की गिरफ़्तारी ,दूसरी तरफ़ प्रदेश की पहली इस तरह की कारवाई
ग्वालियर: अयोध्या राम जन्मभूमि मामले का फैसला आने से पहले और बाद में भी देश प्रदेश में पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील कर रहे हैं और लगातार सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है, कोई भी अफवाह या कट्टरवाद मैसेज को फॉरवर्ड ना करने की अपील की जा रही है , बताया जा रहा है कि इसके जिम्मेदार ग्रुप एडमिन को पहले और फैसला आने के बाद भी तलब किया गया है|
लेकिन इसके बावजूद कुछ शरारती तत्व बाज नहीं आ रहे हैं ,ऐसी ही मामले में मध्य प्रदेश के एक युवक को पुलिस द्वारा भड़काऊ पोस्ट और वीडियो डालने में गिरफ्तार किया गया
दरअसल ग्वालियर में एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया क्योंकि जो प्रतिबंध के बावजूद सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डाल रहा था
लगातार पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने के मामले में यह एक बड़ी कार्रवाई ग्वालियर पुलिस द्वारा की गई है
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बहोड़ापुर थाना पुलिस को किसी एक व्यक्ति ने स्क्रीनशॉट भेजा जिसमें बतलाया गया कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक व्यक्ति शब्द प्रताप आश्रम के पास खड़े होकर व्हाट्सएप पर भड़काऊ वीडियो को शेयर कर रहा है, स्क्रीनशॉट मिलते ही पुलिस रवाना हुई और शब्द प्रताप आश्रम पर खड़े एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ लिया इसका नाम दिनेश सिंह चौहान बताया जा रहा है, पुलिस द्वारा जब युवक की तलाशी ली गई तो उसके पास जो मोबाइल मिला उसमें हिंदू सेना नाम के व्हाट्सएप ग्रुप पर भड़काऊ वीडियो पोस्ट डाल रहा था, जिसके तहत पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है |
वहीं दूसरी तरफ आतिशबाजी के दौरान तमाशबीन बनी रहे जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया गया
दरअसल जब राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद कुछ लोग खुशी का इजहार करते हुए रोक के बावजूद के बावजूद सरस्वती शिशु मंदिर के पास आतिशबाजी कर रहे थे तो इस दौरान केंद्रीय जेल ग्वालियर में पदस्थ प्रहरी महेश वहां खड़े होकर उन्हें रोकने की जगह तमाशबीन रहे उनकी सहभागिता माना और जेल अधीक्षक मनोज साहू ने सिविल सेवा आचरण अधिनियम की धाराओं और जेल नियमावली के प्रावधानों को आधार बताते हुए तत्काल निलंबित कर दिया यह कार्रवाई प्रदेश की पहली इस तरह की कार्रवाई बताई जा रही है|