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थाना क्षेत्र को अपराध मुक्त करने में तत्पर धूमा पुलिस

धूमा सिवनी से द लोकनीति के लिए महेंद्र सिंह नायक की रिपोर्ट। पूर्व के अपराधों की गुत्थी सुलझाने में तथा नवीनतम अपराधों पर तत्काल संज्ञान लेकर कार्यवाही करने में थाना धूमा के प्रभारी देवकरण डेहरिया की कार्यकुशलता को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है. इनकी अपराधों पर गम्भीर समझ, मामलों का तार्किक विश्लेषण सहित अधीनस्थ थाना स्टॉफ की क्षमता के सदुपयोग व सुनियोजित कार्यवाही से थाना क्षेत्र में कई दिनों से लम्बित मामले लगातार सुलझाये जा रहे हैं. वहीं इनके सौहार्दपूर्ण स्वाभव के कारण लम्बे समय से फरार चल रहे आरोपी आत्मसमर्पण कर रहे हैं. तो दूसरी ओर फरियादियों के मामलों में त्वरित कार्यवाही हो रही है. इसी के साथ सृजनात्मक सोच के कारण थाना परिसर भी विभिन्न सहयोगों से बाउण्ड्रीवॉल सहित अन्य निर्माण एवं सुधारात्मक कार्यों से सुन्दर, सुरक्षित तथा सुविधासम्पन्न बनता जा रहा है. अपराधों पर कार्यवाही, नागरिकों से संवाद स्थापना व शाँति व्यवस्था बनाये रखने मे धूमा पुलिस साधारण नागरिकों की प्रशंसापात्र बनी हुई है. ज्ञात हो कि पूर्व में भी सिवनी जिले के थानों लखनवाड़ा एवं डूंडासिवनी में पदस्थापना के दौरान उत्कृष्ट कार्य के लिये श्री डेहरिया को “पुलिसवाला” मासिक पत्रिका द्वारा “पुलिस प्राइड अवार्ड” से सम्मानित किया जा चुका है.

निवेशकों से धोखाधड़ी करने वाले एजेण्ट को भेजा जेल-

छोटे-छोटे व्यवसायियों के साथ धोखाधड़ी करते हुये ठगी कर लम्बे समय से फरार चल रहे निवेश कम्पनी सहारा के कथित एजेण्ट, धूमा निवासी सतेन्द्र साहू को गिरफ्तार करने में धूमा पुलिस को सफलता मिली है. प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना धूमा में आरोपी सतेन्द्र साहू पिता सुमेरा साहू उम्र लगभग 32 वर्ष पर अपराध क्रमांक 271/19 धारा 420, 406 , 409 भा.द.वि निवेशकों से धोखाधड़ी कर लगभग 16 लाख रुपये की ठगी का प्रकरण पंजीबद्ध था. आरोपी द्वारा कई वर्षों से सहारा इण्डिया के निवेश एजेण्ट के रूप में धूमा नगर क्षेत्र छोटे व्यवसायियों, दस्तकारों से ब्याज सहित राशि अधिक करने के नाम पर वसूली करके राशि जमा कराई जाती थी. अपने परिश्रम की राशि की बचत व लाभ के आश्वासन से लोग उक्त एजेण्ट को प्रतिदिन अपनी दैनिक आय में से राशि देकर निवेश करते थे. कुछ दिनों तक सब सामान्य रहा, परन्तु जब निवेशकों द्वारा समयावधि पूर्ण होने पर अपनी राशि की मांग की गई तब एजेण्ट सतेन्द्र साहू द्वारा झूठे आश्वासन देकर टाला जाता रहा. पर जब निवेशकों का दबाव अधिक बढ़ा तो उक्त एजेण्ट अचानक कहीं चला गया. एजेण्ट के फरार होने तथा अपनी राशि के हड़पे जाने की आशंका को देखते हुये निवेशकों में से एक राजकुमार अहिरवार द्वारा थाना धूमा में अपने साथ सहारा एजेण्ट सतेन्द्र साहू द्वारा की की गई धोखाधड़ी की शिकायत की गई. जिस पर पुलिस द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपित की तलाश शुरू की गई.
 
निवेशकों की आर्थिक परेशानी को देखते हुये थाना प्रभारी डेहरिया ने अपने नेटवर्क को सक्रिय करते हुये उक्त एजेण्ट को खोजने का काम स्वयं अपने हाथ में लिया. लगातार सर्चिंग, पतासाजी, दबिश के बाद आखिरकार लम्बे समय से पुलिस की पहुँच से दूर रहे उक्त एजेण्ट को मुखबिर की सूचना पर दिनाँक 20/12/2019 धूमा-कहानी मुख्य मार्ग से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस से पूछताछ में आरोपी ने निवेशकों की राशि को अतिरिक्त ब्याज के लालच में सहारा कम्पनी के अतिरिक्त अन्य चिटफंड कम्पनी “उत्कल फायनेंस प्रायवेट कम्पनी” को देना बताया जोकि अब डूब चुकी है. सहारा जहाँ निवेशकों को लगभग 5% लाभांश देती थी, वहीं उत्कल कम्पनी 9.5% दे सकती थी. ऐसे में स्वयं के लिये 4.5% अतिरिक्त लाभांश के लालच में आरोपी द्वारा उत्कल चिटफंड कम्पनी में कथित निवेश करके धूमा क्षेत्र के निवेशकों का पैसा जानबूझकर डुबाया गया. ऐसे में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की गई है. आरोपी की गिरफ्तारी से निवेश कर लुटे छोटे व्यवसायियों को अपनी राशि वापस मिलने की आस बंध गई है. लाभ का झांसा देकर निवेशकों से धोखाधड़ी कर ठगी करने वाले उक्त गिरफ्तार करने के बाद आवश्यक कार्यवाही उपरान्त माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया.

थाना प्रभारी देवकरण डेहरिया धूमा का कहना है –

“ग्रामीण लगातार परेशान थे. आरोपी ने ग्रामीणों को लाभ का झूठा वादा देकर सहारा के नाम पर उनकी प्रतिदिन की कमाई एकत्रित कर धोखाधड़ी की है. जिसके कारण छोटे व्यवसायियों के व्यवसाय एवं अन्य महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो पा रहे थे. आरोपी की गिरफ्तारी के बाद आरोपी की चल-अचल सम्पत्ति उक्त प्रकरण में संलग्न की जायेगी, ताकि लोगों को उनका पैसा मिल सके”

फुटवेयर विक्रेता धूमा राजकुमार अहिरवार-
“मैं जूते-चप्पल का व्यापार करता हूँ. अपनी आय का बहुत बड़ा हिस्सा मैं एजेण्ट सतेन्द्र को रोज दिया करता था. मेरे कुल 1 लाख 63 हजार रुपये हड़पे गये हैं. मैंने ही इसकी शिकायत पुलिस में की थी. पुलिस ने देर से ही सही एजेण्ट को गिरफ्तार किया है, राशि वापस होने की आस सी जागी है; लेकिन जब मुझे मेरे खून-पसीने का पैसा वापस मिलेगा तभी संतुष्टि मिलेगी”

खमरिया के आदिवासी आन्दोलनकारियों ने किया आत्मसमर्पण

इसी तरह सिवनी जिले धूमा थाना क्षेत्र अन्तर्गत संवेदनशील माने जाने वाले ग्राम खमरिया (धनककड़ी) में बलवा के आरोपी रहे लगभग 20 लोगों ने थाना प्रभारी की सूझबूझ व सौहार्द से प्रभावित होकर थाना में आकर आत्मसमर्पण कर दिया. कई वर्षों से एक गुट विशेष से शोषण का शिकार रहे व विकास से उपेक्षित रहे इन आदिवासियों ने शोषकों के विरुद्ध आवाज उठाते हुये स्वयं को बलवा जैसे आरोप में भी उलझा लिया था. ज्ञातव्य है कि खमरिया के लगभग 20 व्यक्तियों के विरुद्ध थाना धूमा में अपराध क्रमांक 63/19,  64/19, 65/19, 145/19, 209/19 में प्रकरण पंजीबद्ध थे, जिसमें 20 लोगों को आरोपित किया गया था. उक्त आरोपित व्यक्ति लगातार असुरक्षा की भावना से गिरफ्तारी से बचकर फरार चल रहे थे.

स्थानीय पुलिस द्वारा दबाव देने के बाद भी उक्त आन्दोलनकारी 25/02/2019 से ही फरार थे. पुलिस ने कई बार उन्हें आत्मसमर्पण हेतु प्रेरित करने का प्रयास किया गया, परन्तु इनका विरोध सतत रहा. अन्तत: थाना प्रभारी देवकरण डेहरिया के समझाने व भारतीय कानून के प्रति विश्वास दिलाने पर दिनाँक 12/12/2019 से लेकर 20/12/2019 तक की अवधि में क्रमश: सभी आरोपियों ने स्वयं थाना आकर कानून का सम्मान करते हुये आत्मसमर्पण कर दिया. इसी के साथ पुलिस के लिये चुनौती बने खमरिया (धनककड़ी) क्षेत्र में शाँति व्यवस्था बहाली की दिशा में सूत्रपात हो गया है. वहीं शोषित व उपेक्षित रहे आदिवासी समुदाय को शोषण से मुक्त होने की न्यायिक आस जाग गई है. इससे पुलिस के नाम से भयभीत होने वाले लोगों में भी न्याय के लिये पुलिस की महत्ता का आभास होता जा रहा है.

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