मध्यप्रदेश:- एमपीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में 3 लाख 44 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी बैठे हैं| बता दें कि एमपीपीएससी में इस बार 260 पदों के लिए परीक्षा हो रही है| परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के लिए मास्क और फेस शील्ड लगाना अनिवार्य रहेगा| सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित होगी| हर कक्ष के बाहर सैनेटाइजर की व्यवस्था भी होगी|
कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद मध्य प्रदेश में रविवार को सबसे बड़ी परीक्षा हुई| एमपीपीएससी की राज्य सेवा और वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2020 प्रदेश के सभी 52 जिलों में 1 हजार 11 सेंटरों पर आयोजित की गई है| ये परीक्षा दो सत्रों में हुई| इसमें 3 लाख 44 हजार 491 उम्मीदवार शामिल हुए.
जानकारी के मुताबिक, इंदौर जिले में 101 परीक्षा केंद्र बनाए गए| इनमें 38 हजार 79 परीक्षार्थी शामिल हुए| परीक्षा में किसी भी तरह की नकल या गड़बड़ी पर निगरानी के लिए 101 अफसरों की टीम तैनात की गई| साथ ही भीड़-भाड़ न हो इसके लिए पुलिस बल के जवान भी सभी परीक्षा केन्द्रों में तैनात किए गए हैं| इसके अलावा पुलिस ने लगातार पेट्रोलिंग भी की, हालांकि, उन्हें परीक्षा देने आए छात्र-छात्राओं के साथ संतुलित व्यवहार करने के निर्देश दिए गए हैं|
वहीँ भोपाल में एमपीपीएससी की प्री-परीक्षा के लिए कुल 72 सेंटर तैयार किए गए हैं| इनमें से तीन सेंटर कोरोना पॉजिटिव परीक्षार्थियों के लिए तैयार किए गए हैं| अगर कोई परीक्षार्थी कोरोना पॉजिटिव है और इस परीक्षा में शामिल होना चाहता है तो उसके लिए अलग से तीन स्कूलों में कक्ष की व्यवस्था की गई है| शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल जहांगीराबाद, शासकीय बालक हायर सेकेंडरी स्कूल बस स्टैंड दशहरा मैदान के पास बैरागढ़, शासकीय नवीन कन्या हाई सेकेंडरी स्कूल सेकंड बस स्टॉप तुलसी नगर भोपाल में कोविड संक्रमित परीक्षार्थी अलग से परीक्षा दे रहे हैं| इसके अलावा सभी सेंटर्स पर एक-एक अतिरिक्त कक्ष की भी व्यवस्था की गई है, जिसमें कोरोना संक्रमण के संभावित लक्षण वाले जैसे सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, सांस लेने में कठिनाई आदि अभ्यार्थियों को इस कक्ष में बैठाकर परीक्षा दिलाई जा रही है|