जल्द छिड़ेगी आस्था और अन्धविश्वास की बहस, प्रदेश में एक बार फिर चमत्कारी महुआ पेड़ होने का दावा

रिपोर्टर महेन्द्र सिंह नायक/ सिवनी। होशंगाबाद और जबलपुर के लोढ़ी गाँव के बाद अब सिवनी जिले के सीमावर्ती गाँव मोहंगाँव नागन (धूमा) में भी चमत्कारी महुआ पेड़ होने का दावा किया जा रहा है. जिसके बाद स्थानीय नागरिकों द्वारा पूजा-अर्चना का दौर शुरू कर दिया गया है. जंगल की आग की तरह इस चमत्कारी महुआ पेड़ की खबरें आसपास के गाँव भंगीदेवरी, बेलखेड़ी, झपनी, बखारी सहित कई गाँवों तक पहुँच गई. पहले दिन से ही लोगों ने महुआ पेड़ की पूजा, परिक्रमा करना शुरू कर दिया है.

इसकी जानकारी मिलते ही द लोकनीति ने मोहंगाँव नागन में पूजे जा रहे महुआ पेड़ एवं वहाँ घटित हो रहे कार्यकलापों का पता लगाने की कोशिश की. यहाँ पर दो महुआ पेड़ों में से एक को पूजा जा रहा है. वहीं महुआ पेड़ के नीचे एक पत्थर को भारी बताकर प्रचारित करके पूजा जा रहा है. क्या वास्तव में कोई पेड़ चमत्कारी हो सकता है? क्या इस पेड़ से गले मिलकर किसी का रोग दूर हो सकता है? अथवा वह पेड़ सुखी जीवन दे सकता है? इन सवालों का उत्तर तो समय ही दे पायेगा. पेड़ से जुड़े कथित पुजारी व स्थानीय सामग्री बेचने वालों के लिये तात्कालिक आय का तो स्त्रोत बन ही गया है. बाकी लोगों की आस्थानुसार यहाँ लोग आ रहे हैं. पूजा वगैरह कर रहे हैं जिसका मौखिक प्रचार भी किया जा रहा है.

Exit mobile version