मध्यप्रदेश: बेरोजगारी को लेकर आज की युवा पीढ़ी परेशान है। रोजगार नहीं मिलने के कारण लगातार युवा पीढ़ी आत्महत्या कर रही है| एक तरफ शिवराज सिंह चौहान बड़े-बड़े ऐलान तो करते हैं की एक लाख रोजगार हर महीने दिए जाएंगे लेकिन लोगों को रोजगार नहीं मिलते आखिर ऐसा क्यों है? हाल ही में कुंदन नाम के लड़के ने बेरोजगारी के कारण आत्महत्या कर ली है कुछ दिन पहले उसका वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री जी को लिखा था की मेरे जैसे कई सारे और भी लोग आत्महत्या करेंगे इसलिए लोगों को रोजगार दें|
इस मामले में विधायक कुणाल चौधरी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का घेराव करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश को बेरोजगारी का प्रदेश बना दिया है| साथ ही कहा कि अच्छी शिक्षा और रोजगार चाहिए तो बाहर जाइये| मुख्यमंत्री की नीति और नियत को गलत बताया और कहा की इसी का नतीजा है की पूरे देश में अगर कहीं बहुत ज्यादा बेरोजगारी है तो वो सिर्फ मध्यप्रदेश है| उन्होंने कहा की मध्यप्रदेश की खूबी है की ये युवाओं का प्रदेश है लेकिन सबसे बड़ी चुनौती है की मध्यप्रदेश की युवाओं को रोज़गार कैसे दें लोग दिन रात पढ़ते है मेहनत करते है, पढ़ने के लिए लोन लेते हैं और जब उन्हें रोजगार नहीं मिलता है तो वो निराश होकर आत्महत्या कर लेते हैं| मुख्यमंत्री सिर्फ भाषण पे भाषण देते रहते हैं| उन्हें नीतियां बनानी चाहिए नए युवाओं को रोजगार देने के लिए|