अवैध खदानों में बैठा रखे हैं लठैत धारी गुर्गे, प्रशासन-पुलिस बनी मूकदर्शक
अवैध खदानों में बैठा रखे हैं लठैत धारी गुर्गे, प्रशासन-पुलिस बनी मूकदर्शक
गोसलपुर क्षेत्र के चन्नोटा-महगवां में अवैध उत्खनन का मामला : कितने क्षेत्र में खुद आ गया अवैध आयरन ओर माइनिंग विभाग ने बनाई रिपोर्ट, लेकिन कलेक्टर तक नहीं पहुंची, कार्रवाई हुए तीन दिन से अधिक का समय बीता
जबलपुर
सिहोरा तहसील के गोसलपुर क्षेत्र के चन्नोटा-महगवां गांव की शासकीय भूमि पर अवैध आयरन ओर की खदानों में प्रशासन और माइनिंग की टीम ने तीन दिन पहले कार्रवाई की थी। माइनिंग विभाग ने दोनों ही खदानों में कुल कितने रकबे में अवैध उत्खनन हुआ है इसका मेजरमेंट तो तैयार कर लिया है, लेकिन उसकी रिपोर्ट अभी तक जबलपुर कलेक्टर तक नहीं पहुंची। वहीं दूसरी तरफ अवैध खदानों में अवैध उत्खनन करने वालों ने अपने लठैतधारी गुर्गों को बिठाल रखा है इतना ही नहीं उस क्षेत्र में आसपास के किसी भी गांव वालों के आने जाने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई। आखिर किस हैसियत से अवैध उत्खनन करने वालों ने इनको बिठा कर रखा है। इतने बड़े पैमाने पर आयरन ओर के अवैध उत्खनन के मामले के बावजूद प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है।
सिहोरा तहसील के चन्नोटा-महगवां गांव की शासकीय भूमि राजस्व और वन भूमि पर करीब एक माह से अवैध आयरन ओर का उत्खनन हो रहा था, जो आयरन और यहां अवैध तरीके से निकाला जा रहा था वह ए ग्रेड का है। ऐसा नहीं है कि अवैध उत्खनन को लेकर प्रशासन और और पुलिस को इसकी जानकारी नहीं थी। अवैध खनन में कई बड़े नेताओं और स्थानीय दबंगों की पूरी सहमति थी। यही कारण है कि इसमें प्रशासन और बड़े स्तर के अधिकारी शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। जब मामला बड़े स्तर पर गड़बड़ा गया तो प्रशासन ने माइनिंग विभाग से कार्रवाई करवा दी।
करीब 10 एकड़ के एरिया में निकाला गया अवैध आयरन ओर, करोड़ों की चोरी : माइनिंग विभाग ने दोनों ही खदानों में जो प्रारंभिक तौर पर आकलन किया है उसके मुताबिक राजस्व और वन विभाग की भूमि पर करीब 10 एकड़ एरिया में आयरन ओर की अवैध खुदाई की गई है। हिसाब से देखा जाए तो करोड़ों रुपए के आयरन ओर की अवैध तरीके से खुदाई यहां पर की गई है। पूरे मामले की अगर सही तरीके से जांच की जाए तो पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी इसमें नप जाएंगी। सूत्रों की माने तो अवैध उत्खनन करने वालों ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को मोटी रकम इस अवैध उत्खनन के लिए पहले ही दे दी थी, ताकि वह इस पूरे मामले में चुप्पी साधे रहें।
प्लांटों में खापाया खोदा गया आयरन ओर : सूत्रों की मानें तो प्रारंभिक तौर पर माइनिंग राजस्व विभाग में जो प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की है उसमें दोनों ही अवैध खदानों से खुद आ गया आयरन ओर गोसलपुर और हरगढ़ क्षेत्र के प्लांटों में बड़े पैमाने पर खापाया। ऐसे में उन प्लांटों पर भी अगर सही तरीके से जांच हो तो तो करोड़ों रुपए की रॉयल्टी चोरी सामने आ जाएगी।