धूमा/सिवनी से महेन्द्र सिंघ नायक की रिपोर्ट – आज 26/12/2019 को पूरे देश के साथ-साथ सिवनी जिले में भी इस वर्ष का अंतिम सूर्यग्रहण दिखाई दिया। हालांकि ग्रहण प्रारम्भ के पहले से लेकर मध्य तक बादलों की ओट के कारण ग्रहण दिखाई नहीं दिया। परन्तु ग्रहण के मोक्ष होते समय सुबह 10:00 बजे बादलों के कुछ हटने से ग्रहण की वास्तविक स्थिति दिखाई दी। ग्रहण के मध्यकाल में सूर्य की बहुत मद्धिम रोशनी ही दिखाई पड़ रही थी। सुबह के दस बजने के बाद भी सात बजे जितने अंधेरे का आभास हो रहा था। लोग कौतूहलवश चश्मे, पुरानी एक्सरे फिल्मों के माध्यम से ग्रहण देखते दिखाई दिए।
ज्ञात हो कि सनातन धर्म में चन्द्र ग्रहण एवं सूर्यग्रहण को धार्मिक महत्व की दृष्टि से देखा जाता हैं। ग्रहण काल के पूर्व से ही सूतक मानकर दैनिक जीवन के कई प्रमुख कार्य बाधित माने जाते हैं। वहीं ग्रहण के मोक्ष पश्चात् पवित्र स्नान, दान पूजन-अर्चन, का विशेष महत्व माना जाता हैं। इसी परम्परा के अनुसार आज सिवनी जिले के पवित्र नदी बैनगंगा के तटों, जलाशयों सहित देवालयों में श्रद्धालुओं का विशेष जमावड़ा रहेगा। ग्रहण के मोक्ष के साथ ही पूजा-अर्चना शुरू हो जायेगी। वहीं खगोलीय, वैज्ञानिक रूप से सूर्य व पृथ्वी के मध्य चन्द्रमा के आने सूर्य प्रकाश के पृथ्वी तक आने में पड़ने वाली बाधा को सूर्यग्रहण कहा जाता हैं।