काले कृषि कानून की तर्ज पर बनाए जा रहे हैं श्रमिक कानून, जानिए किन योजनाओं की करेंगे मांग? 

सागर/निशा चौकसे:- वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ कि केंद्रीय कार्यसमिति व सामान्य सभा की बैठक शनिवार को सागर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 के बाहर एक होटल में हुई. जिसमें पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर जोन के भोपाल कोटा और जबलपुर मंडल के पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक में एनएफआईआर के सहायक महामंत्री व संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि संघ विरोधी गतिविधियों और भ्रष्टाचार के आरोपी संघ के भूतपूर्व अध्यक्ष आरपी भटनागर और उनके पुत्र भूत पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अमित भटनागर को संघ की उच्च स्तरीय बैठक जो कि 7 अक्टूबर को आयोजित की गई थी। उसमें पिता पुत्र को संग से निष्कासित कर दिया गया है.  

संघ के कार्यकारी अध्यक्ष सीएम उपाध्याय ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि काले कृषि कानून की तर्ज पर श्रमिकों के लिए भी काले श्रमिक कानून बनाए जा रहे हैं। जिनको कम से कम रेलवे में संघ द्वारा लागू नहीं किया जाएगा. इसको लेकर संगठन पर सरकार द्वारा दबाव भी बनाया जा रहा है. उन्होंने रेलवे निजीकरण का विरोध करते हुए कहा कि कोरोना काल में जान की परवाह न करते हुए रेलवे को अपनी सेवाएं देने वाले रेल कर्मियों को ना तो एरियर्स का भुगतान किया गया है और ना ही महंगाई भत्ता दिया जा रहा है. उन्होंने एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करने, नाइट ड्यूटी एलाउंस की सीलिंग वापस लेने, अतिरिक्त एवं नए कार्यों के लिए पदों का सृजन करने सहित कई मांगों को लेकर दिल्ली में बड़ा आंदोलन करने की भी बात कही.  

बता दें कि अधिवेशन में संघ के मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला, मंडल सचिव डीपी अग्रवाल, जोनल कोषाध्यक्ष अनुज तिवारी, अब्दुल खालिक, उपाध्यक्ष जितेंद्र बहादुर सिंह, राजेश पांडे, अमृत कौर, विजयलक्ष्मी, अनीता गोचर, मनोज अग्रवाल, बीएल मिश्रा, डॉक्टर मोहम्मद शमशाद, अवधेश तिवारी, जेपी मीणा, दीना यादव, संतोष यादव, एके पाठक सहित बड़ी संख्या में संघ के कार्यकर्ता बैठक में उपस्थित थे. 

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