- मां नर्मदा कल कल करती हुई दिखाई दी
- निसरपुर क्षेत्र उजाड़ सा आया नज़र
- कल गुरु पूर्णिमा पर क्षेत्र में नहीं होंगे भंडारे
कुक्षी से मनीष आमले की रिपोर्ट – श्रावण मास में कावड़ यात्री कुक्षी,बाग, टांडा, डही अलीराजपुर, झाबुआ आदि स्थानों से प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में कावड़ यात्री इस तीर्थ स्थान में मां नर्मदा का दर्शन करते थे जल भरकर कावड़ के साथ मां नर्मदा की जय कार के साथ निकलते हुए दिखाई देते थे इसके साथ ही अपने अपने क्षेत्रों में पहुंचकर शिवालयों में जल चढ़ाते थे वहीं पूरे श्रावण मास के दौरान कुक्षी क्षेत्र मे कावड़ यात्रियों को लेकर चहल पहल दिखाई देती थी कावड़ यात्रियों के चलते बाजारों में भी रौनक देखने को मिलती थी।
कुक्षी शहर में कावड़ यात्रियों का भव्य स्वागत भी किया जाता रहा है
देश व्यापी कोरोना संकट को लेकर इस वर्ष कोटेश्वर सहित कुक्षी क्षेत्र में कावड़ यात्रियों का जमघट नहीं दिखाई देगा कुक्षी आईएएस एसडीएम विवेक कुमार ने बताया कोरोना संकट को लेकर प्रशासन सतर्क है कावड़ यात्रा को लेकर उन्होंने बताया प्रशासन द्वारा इसकी अनुमति नहीं दी जा रही हैं।
कुक्षी क्षेत्र का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल आस्था का केंद्र भी माना जाता है पूरे सावन माह में यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जमघट दिखाएं देता है कावड़ यात्रियों के चलते पूरे क्षेत्र में धार्मिक वातावरण देखने को मिलता है वही इस वर्ष यह सब नहीं देखने को मिलेगा
डूब क्षेत्र निसरपुर हुआ वीरान
सरदार सरोवर डैम बनने से निसरपुर क्षेत्र पूर्व की बारिश एवं सरदार सरोवर डैम के पानी से पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया था निसरपुर में निवास करने वाले सभी व्यक्ति पुनर्वास क्षेत्र में निवास कर रहे हैं। वही इन दिनों यह क्षेत्र वीरान सा दिखाई दे रहा है कई मकान पानी में डूबे रहने से पूरी तरह से मकान खराब हो चुके हैं तो कई मकान अब सिर्फ यादें बनकर दिखाई दे रहे हैं निसरपुर के पास कोटेश्वर तीर्थ होने के कारण निसरपुर क्षेत्र में हमेशा एक चहल-पहल देखने को मिलती थी। लेकिन कोटेश्वर क्षेत्र लगातार छह माह डूबा रहा उसके बाद कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में यहां पर श्रद्धालु नहीं पहुंच पाए निसरपुर क्षेत्र अब पूरी तरह से वीरान दिखाई देता हैं।
कोरोना संक्रमण के चलते गुरु पूर्णिमा पर कल नहीं होंगे भंडारे
कोरोना संक्रमण के चलते कुक्षी क्षेत्र के साईं मंदिर कुक्षी कोटेश्वर धाम,डही, तालनपुर हनुमान मंदिर धार्मिक स्थानों में होने वाले भंडारे नहीं होंगे कुक्षी के साईं मंदिर के प्रमुख विनय खामगांव कर ने बताया प्रति वर्ष गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े ही धूमधाम से मंदिर समिति द्वारा मनाया जाता था प्रतिवर्ष मंदिर में शोभा यात्रा भजन संध्या आदि धार्मिक आयोजनों का आयोजन किया जाता रहा है भंडारे के आयोजन में 35 कुंटल खिचड़ी 35 कुंटल नुगदी प्रसादी बनाई जाती थी जिसमें 30 से 40,000 श्रद्धालु महा प्रसादी का लाभ लेते थे कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष भंडारे का आयोजन नहीं किया जा रहा है कल गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मंदिर में कोविड-19 निर्देशों का पालन करते हुए मंदिर में सोशल डिस्टेंस के साथ श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे