कटनी – ढीमरखेड़ा के अति भ्रष्ट अधिकारी केके पाण्डेय के ऊपर कार्यवाहीं करने में देरी क्यों कर रहा शासन-प्रशासन ?

 

द लोकनीति के लिए ढीमरखेड़ा कटनी से राजेंद्र कुमार चौरसिया की रिपोर्ट :-  
ढीमरखेड़ा जनपद में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी केके पाण्डेय जोकि पूर्व में सतना जिले से लेकर ढीमरखेड़ा जनपद तक विभिन्न आरोपों में घिरते हुए चर्चाओं में रहे एवं जिन्हें ढीमरखेड़ा जनपद से हटाने के लिए क्षेत्र के विभिन्न नेताओं द्वारा अधिकारियों से लेकर प्रभारी मंत्री तक को शिकायत की गई। आज प्राप्त पत्र अनुसार लोकायुक्त रीवा ने पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर जनपद सीईओ ढीमरखेड़ा कृष्ण कांत पाण्डेय के निलंबन के लिए पत्र लिखा है। प्राप्त जानकारी अनुसार यह पत्र 31 अक्टूबर को जारी किया गया था, लोकायुक्त रीवा ने प्रमुख सचिव को लिखे पत्र में सतना जिले में ट्रैप हुए केके पांडे को अपराध क्र. 178/2017 के तहत  तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए जानकारी प्रदान करने की बात दर्शाई है। 
लेकिन हैरत की बात यह है की एक माह पूर्व निलंबन की कार्यवाही के लिए किये गए पत्र व्यवहार में आखिर अभी तक क्यों कार्यवाही क्यों नही की गयी। जबकि भ्रष्ट और दागी अधिकारी ने इसी एक माह के अंदर नियमो को ताक में रखकर मनमाने तरीके से शासकीय योजनाओं की राशि का जमकर बेजा दुरुपयोग करते हुए अपने अधिकारों का गलत प्रयोग करते हुए शासन प्रशसन की छवि को निरंतर धूमिल करने का कार्य किया है। 

 जब इस सम्बन्ध में जिला पंचायत कटनी सीईओ जगदीश चंद्र गोमे से चर्चा की गयी, तो उन्होंने बताया जनपद सीईओ की लापरवाही की लगातार शिकायते प्राप्त हो रही है। लोकायुक्त का पत्र मिलने पर  कार्यवाही के लिए शासन स्तर पर पत्र व्यवहार किया गया है जल्द से जल्द निलम्बन की कार्यवाही सुनिश्चित है। 

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