पता नहीं माफियाओं को लेकर शिवराज कौन से मूड में है? माफियाओं के हौसले बुलंद, 24 घंटे में माफिया का पुलिस पर दूसरा हमला
पता नहीं माफियाओं को लेकर शिवराज कौन से मूड में है? माफियाओं के हौसले बुलंद, 24 घंटे में माफिया का पुलिस पर दूसरा हमला
भोपाल / गरिमा श्रीवास्तव:- मध्य प्रदेश में लगातार माफिया चरम पर पहुंचता जा रहा है शिवराज सिंह चौहान यह दावे करते हैं कि वह प्रदेश से माफिया को जड़ से खत्म कर देंगे पर शराब माफिया, रेत माफिया इत्यादि माफियाओं के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं. ग्वालियर के जलालपुर में रेत माफिया और उसके गुर्गों ने ट्रैक्टर ट्रॉली रोकने पर पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया.टीआई को ट्रैक्टर से टक्कर मार दी जिससे उनका सर फूट गया उनको निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
वहीं जंगल में शिकारी हावी हैं. देवास जिले की पुंजापुरा रेंज के रतनपुर जंगल में शिकारियों ने निहत्थे वनरक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी घटना गुरुवार दोपहर करीब 12:20 बजे की है. वहीं वन विभाग के पास हथियार और कारतूस की कमी की बात सामने आई है. वनरक्षक मदनलाल गुरुवार को कष्ट करने गए थे वहां कुछ संदिग्ध व्यक्ति दिखे तो बाइक से उनका पीछा किया. जिसके बाद में से किसी ने उन पर हथियार दान दिया वर्मा ने साहस दिखाते हुए ललकारा, इतना कहते ही सामने वालों ने गोली चला दी और बोली सीधा मदनलाल वर्मा के सीने में लगी
जब शाम तक मदनलाल वर्मा वापस नहीं लौटे तो वन अमले व पुलिस ने तलाश शुरू की उनका शव भूरिया तलाई के किनारे पड़ा मिला.
प्रदेश में बढ़ते माफिया को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा किशिवराज सरकार में प्रदेश में माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।ना माफिया ज़मीन में गढ़ रहे हैं , ना टंग रहे हैं , ना निपट रहे हैं ,सारी बातें जुमला साबित हो रही है।
प्रदेश में प्रतिदिन माफ़ियाओ द्वारा पुलिस पर ,सुरक्षाकर्मियों पर हमले की घटनाएं सामने आ रही है।रेत माफिया, वन माफिया सभी तरह के माफिया सक्रिय हैं।शिवराज जी प्रतिदिन माफियाओं को लेकर बड़े-बड़े जुमले बोलते हैं लेकिन माफिया प्रदेश में उनकी सरकार को खुलेआम रोज़ चुनौती दे रहे हैं।
इन घटनाओं से यह साबित हो रहा है कि सरकार माफ़ियाओ के सामने असहाय स्थिति में है।
पता नहीं माफियाओं को लेकर सीएम शिवराज आजकल कौन से मूड में है ?
हमारा नारों , जुमलों में विश्वास नहीं था इसलिये हमने ज़मीनी कार्यवाही करते हुए प्रदेश में माफ़ियाओ को कुचलने व नेस्तनाबूद करने का अभियान चलाया था।
उसकी गवाह ख़ुद प्रदेश की जनता है।
मंत्री विजय शाह ने शुक्रवार को कहा कि अवैध रेत खनन रोकने में लगे निहत्थे कर्मियों को शस्त्र लाइसेंस दिए जाएंगे. यदि कोई बात करनी लाइसेंस लेना चाहे तो आवेदन करें उनको एक माह में लाइसेंस दिया जाएगा अवैध खनन रोकने पुलिस की तीन कंपनियां और मांगी हैं.