पार्टी से नाराज़ महाराज, ग्वालियर दौरा किया निरस्त, मप्र में फिर कुछ बड़ा होने के आसार?

पार्टी से नाराज़ महाराज, ग्वालियर दौरा किया निरस्त, मप्र में फिर कुछ बड़ा होने के आसार?

मध्यप्रदेश/दमोह -दमोह विधानसभा के उपचुनाव में अब तक भाजपा के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का चेहरा नजर नहीं आया है ना पोस्टर, बैनर और प्रचार में और ना ही सिंधिया की कोई सभा, रैली प्लान की गई हैं। जिसके बाद ख़बर है कि इस से नाराज़ होकर सिंधिया ने आज का ग्वालियर दौरा निरस्त कर दिया हैं। 

दरअसल, सिंधिया का सबसे ज्यादा असर अभी गवालियर और मालवा क्षेत्र में हैं। दायरा बढ़ाने के नजरिए से प्रदेश के दूसरे हिस्सों में भी जाते रहे हैं। दमोह उपचुनाव में सक्रियता दिखाने पर इस क्षेत्र में भी दखल बढ़ता लेकिन मौका नहीं मिला। सिंधिया की बुंदेलखंड में एंट्री भाजपा के स्थानीय समीकरणों को उलट-पुलट कर सकती हैं। यहीं कारण है कि उनको दमोह उपचुनाव से दूर रखा गया हैं

इतना ही नहीं सूत्रों की माने तो बुंदेलखंड के भाजपा नेता बुंदेलखंड में सिंधिया का दखल नहीं चाहते। इस कारण सिंधिया को फिलहाल इससे दूर रखा गया हैं। सिंधिया दसवें नंबर के स्टार प्रचारक जरूर हैं लेकिन मौजूदा समीकरणों के तहत उनका चुनाव में सक्रिय होना मुश्किल दिख रहा हैं।

वहीं, सिंधिया के ग्वालियर दौरे के निरस्त होने की खबरों को लेकर कांग्रेस ने भी तंज कसा हैं। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट करते हुए कहा है कि “दमोह उपचुनाव में प्रचार के लिए नहीं बुलाने से नाराज व अपनी किरकिरी से बचने के लिए श्रीमंत ने अपना 4-5 अप्रैल का ग्वालियर दौरा ही निरस्त कर दिया हैं। वैसे भी उनके इस दौरे में दमोह प्रचार का कोई कार्यक्रम नहीं था, प्रदेश में चुनाव और महाराज महल में ?” 

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश की दमोह सीट कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा बन गई हैं। कांग्रेस की कोशिश इस पर अपना कब्ज़ा बरकरार रखने की है वहीं बीजेपी इसे वापिस पाना चाहती हैं। यहां 17 अप्रैल को मतदान के बाद रिजल्ट 2 मई को आएगा। लेकिन उस से पहले यहां सियासत का दौर शुरू हो गया हैं। दरअसल, इस सीट को जीतने के लिए दोनों ही दलों ने यहां प्रचार-प्रसार तेज़ कर दिया हैं। दोनों ही प्रमुख दलों के दिग्गज नेता यहां लगातार प्रचार-प्रसार कर रहे है, लेकिन इन सबके बीच सवाल ये उठ रहा है कि कांग्रेस से भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया यहां से गायब हैं।

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