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जेपी नड्डा ने किया तिरंगे का अपमान, पीएम मोदी भी थे मौजूद, जानिए क्या कहता है कानून?

भाजपा नेताओं द्वारा यह दूसरी बार तिरंगे का अपमान किया गया है| दरहसल आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के श्रद्धांजलि समारोह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। बीजेपी की तरफ से ट्वीट की गई इस तस्वीर में तिरंगे में लिपटा पूर्व मुख्यमंत्री का शव है। इस तस्वीर के आधे हिस्से में शव पर बीजेपी का झंडा दिखाई दे रहा है। इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग रिएक्शन देखने को मिल रहे हैं। कई लोग राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर पार्टी विशेष का झंडा रखे जाने पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं, कई लोग नैतिकता का हवाला देते हुए मरने वाले की इच्छा का सम्मान बता रहे हैं। ऐसा ही एक दृश्य 15 अगस्त को मध्यप्रदेश में देखने को मिला था जहाँ तिरंगे के ऊपर भाजपा का झंडा फेहराया गया था| लगातार दूसरी बार तिरंगे का अपमान होने से लोगों ने लीगल एक्शन लेने की मांग की है| 

मरने वाले की इच्छा का सम्मान
संघ और भाजपा के संस्कार मेरे रक्त की बूंद-बूंद में समाए हुए हैं। मेरी इच्छा है कि जीवन भर भाजपा में रहूं और जीवन का जब अंत होना हो तो मेरा शव भी भारतीय जनता पार्टी के झंडे में लिपटकर जाए। कल्याण सिंह ने यह बात बीजेपी में फिर से लौटने के बाद कही थी। ऐसे में कल्याण सिंह के निधन के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा किया। अब जब तिरंगे का अपमान की बात कही जा रही है तो कुछ लोग कह रहे हैं कि मरने वाले की अंतिम इच्छा पूरी की गई है। इसे तिरंगे के अपमान के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

देश के ऊपर पार्टी झंडा तिरंगे का अपमान
यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने सवाल उठाया कि क्या न्यू इंडिया में भारतीय ध्वज पर पार्टी का झंडा लगाना ठीक है? वहीं, यूथ कांग्रेस ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया कि 'तिरंगे का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। सपा प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने ट्वीट में लिखा कि देश से ऊपर पार्टी। तिरंगे से ऊपर झंडा। हमेशा की तरह भाजपा: कोई पछतावा नहीं, कोई पश्चाताप नहीं, कोई दुख नहीं। टीएमसी नेता सुखेंदू शेखर रॉय ने ट्वीट कर कहा, 'राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करना क्या मातृभूमि का सम्मान करने का नया तरीका है?
वहीं टीएमसी सांसद के ट्वीट पर नेता रिजु दत्ता ने कमेंट कर कहा कि ऐसा लगता है कि बीजेपी देश के तिरंगे से भी बड़ी है…शर्मनाक| 

क्या कहती है राष्ट्रीय ध्वज संहिता
भारतीय झंडा संहिता 2002 को तीन भागों में बांटा गया है। झंडा संहिता भाग III की धारा IV के अनुसार किसी दूसरे झंडे या पताका को राष्ट्रीय झंडे से ऊंचा या ऊपर नहीं लगाया जाएगा। किसी अन्य झंडे को राष्ट्रीय झंडे के बराबर भी नहीं रखा जाएगा, न ही कोई दूसरी वस्तु उस ध्वज दंड के ऊपर रखी जाएगी, जिस पर झंडा फहराया जाएगा। इन वस्तुओं में फूल अथवा मालाएं व प्रतीक भी शामिल है। इस आधार पर तिरंगे के ऊपर किसी भी ध्वज का रखा जाना संहिता के अनुसार ठीक नहीं है।
 

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