आज के दिन ही 11 साल पहले दहली थी पिंक सिटी, 12 मिनट में हुए थे लगातार 8 बम धमाके
आज के दिन ही 11 साल पहले दहली थी पिंक सिटी, 12 मिनट में हुए थे लगातार 8 बम धमाके
आज से ठीक 11 वर्ष पहले साल 2008 में जयपुर में हुए सीरियल बम धमाकों के मामले में आज सभी आरोपियों को अदालत के सामने पेश किया गया. अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए चार आरोपियों को दोषी करार कर दिया और एक आरोपी को बरी कर दिया. इस मामले की सुनवाई न्यायधीश अजय कुमार शर्मा ने की. इन सिलसिलेवार धमाकों में 71 लोगों की मौत हो गई थी और तकरीबन 176 लोग घायल हो गए थे.
13 मई 2008 के दिन जयपुर में रोज की तरह हो रही चहल-पहल अचानक से सन्नाटे में तब्दील हो गयी थी जब अचानक एक धमाके ने राजधानी जयपुर को सहमा दिया था. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, शहर में एक बाद एक अलग-अलग जगहों पर हुए लगातर 8 बम धमाकों ने पूरे जयपुर शहर को दहला कर रख दिया था. 12 मिनट में लगातार हुए 8 बम धमाकों ने किसी को भी संभलने का मौका नहीं दिया था. यह सभी धमाके इतने शक्तिशाली थे कि कुछ लोगों के जिस्म तो कुछ फुट ऊपर तक उड़ गए थे. 71 लोग मौत के आगोश में समां गए थे और लगभग इसके तीन गुना लोग ज़िन्दगी और मौत से जंग लड़ रहे थे. सिर्फ 12 मिनट की अवधि के अंदर जयपुर शहर की घनी आबादी वाले इन स्थानों पर हुए बम धमाके ने एक खौफनाक मंजर बना दिया था. हनुमान मंदिर के निकट बम निरोधक दस्ते ने एक ज़िंदा बम को निष्क्रिय कर दिया गया था. धमाकों वाले स्थानों पर हर ओर धुंए का गुबार था. ज़मीन खून से सन कर लाल हो गयी थी. हर तरफ लाशें बिछी हुई थीं. लोग अफरातफरी में यहाँ वहां भाग कर मदद के लिए चिल्ला रहे थे. घायल तड़प रहे थे और हर तरफ हाहकार की स्थिति बन गयी थी.
सारे धमाके मशहूर पर्यटक स्थल हवा महल के आस-पास के इलाकों में किए गए थे. ये इलाके थे त्रिपोलिया बाजार, जौहरी बाजार, माणक चौक, बड़ी चोपड़ और छोटी चोपड़ पर हुए थे. यह जयपुर शहर के ऐसे इलाके थे जहां आम लोगों के साथ-साथ देशी-विदेशी पर्यटक भी भारी मात्रा में आते हैं. आतंकियों ने इन धमाकों को अंजाम देने के लिए सभी बम साइकिलों में लगाए गए थे.
धमाकों के बाद जाम हो गयी थी मोबाइल और टेलीफोन लाइने
लगातार हुए धमाकों के बाद काफी देर तक जयपुर की मोबाइल और टेलीफोन की सभी लाइनें जाम हो गईं थीं. इसके चलते दूसरे शहरों में मौजूद लोग अपने परिजनों और रिश्तेदारों का हालचाल जानने के लिए परेशान होते रहे थे. काफी घंटों की मशक्कत के बाद मोबाइल सेवा ठीक हो पाई थी.
11 संदिग्ध हुए थे नामजद
जयपुर ब्लास्ट मामले में एटीएस ने 11 संदिग्ध आतंकियों को नामजद किया था.इनमे से पांच आरोपियों को एटीएस राजस्थान ने गिरफ्तार किया था. वहीं इन धमाकों से जुड़े दो आंतकियों को हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी एक आतंकी को गिरफ्तार करने में कामयाब हुई थी. वहीं इस मामले के तीन आरोपी अभी भी फरार है.