नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हिंसा हुई थी। इसके बाद आज यहां MCD ने अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया। करीब 3 घंटे में कई अवैध संपत्तियों को ध्वस्त किया गया। बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इस कार्यवाई पर रोक लगाई गई है।
बताया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट उस याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है, जिसमें दंगे के आरोपियों के घर गिराने का विरोध किया गया है। अदालत ने कहा कि कल सुनवाई तक जहांगीरपुरी में यथास्थिति बरकरार रखी जाए।
वहीं, इस MCD कार्यवाई पर कई विपक्ष की और से कई प्रतिक्रियाएं सामने आई है।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भूमिका पर भी सवाल और कहा कि भाजपा ने गरीबों के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है।
जबकि, कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने भी कार्रवाई पर ऐतराज जताया। उन्होंने कहा कि नफरत का बुलडोजर चलाना बंद करो, पावर प्लांट शुरू किया जाए।
इसके अलावा जमात-ए-इस्लामी हिंद (JIH) के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को जहांगीरपुरी हिंसा के बाद मुस्लिम समुदाय से मुलाकात की। JIH ने हिंसा के लिए दिल्ली पुलिस की ढ़िलाई को वजह बताया है।
कहा कि यह एक पहले से रची गई साजिश थी। हिंसा से पहले 2 बार जुलूस निकाला जा चुका था। फिर भी इफ्तार और नमाज के ठीक समय तीसरा जुलूस निकाला गया। पुलिस की अनुमति के बिना ये जुलूस निकाले गए। जुलूस में शामिल लोग भड़काऊ नारे लगा रहे थे। कुछ लोग हथियारों का प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं दिल्ली पुलिस लापता थी, अगर पुलिस बल मौके पर मौजूद होता तो हिंसा नहीं होती।