Jabalpur : "जब रेलवे की टीम ने बाथरूम दरवाज़ा खुलवाया तो महिला एक बच्चे को जन्म………."
Jabalpur, Gautam Kumar :- चलती ट्रैन में महिला ने दिया बच्चे को जन्म। रेलवे टीम और डॉक्टर ने समय पर पहुँच के करवाई डेलिवेरी।
जबलपुर रेलवे स्टेशन पर आज शाम को जैसे ही ट्रेन नंबर 121167 (कुर्ला टर्मिनस से मण्डुआडीह) जाने वाली गाड़ी आकर रुकी तभी इस ट्रेन के S2 कोच को रेलवे के अधिकारियों तथा चिकित्सकों की टीम ने घेर लिया। जब तक यह टीम ट्रेन के कोच में पहुंचती तब तक पता चला कि जिस महिला की मदद के लिए यह टीम यहां आई है उस महिला ने ट्रेन के टॉयलेट में प्रसव पीड़ा के चलते खुद को बंद कर लिया है। इस दौरान इस रेलवे टीम मे शामिल उप स्टेशन अधीक्षक वाणिज्य मनोज बलोठिया, दीपक मेहरोलिया एवं डा. सतेंद्र रजक के अनुरोध पर उस महिला ने जब दरवाजा खोला तो वह एक बच्चे को जन्म दे रही थी ,टीम मे शामिल रेलवे अस्पताल की महिला नर्स तथा अन्य चिकित्सकों ने मिलकर महिला का प्रसव पूर्ण कराया।
प्रसव के उपरांत ही पति को पता चला कि उसे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है तो वह अपने सफर के सारे कष्ट भूल कर खुशी के मारे रो पड़ा। यह वाकया हुआ है मुंबई से बनारस जा रहे रुबीना तथा उसके पति शकील के साथ। महिला यात्री रुबीना को जब इटारसी के पास प्रसव पीड़ा हुई तो इन यात्रियों ने अपने दुख टी. टी.ई. अनिल पटेल को बताया इस सूचना पर तुरंत रेलवे कंट्रोल तथा वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री बसंत शर्मा ने रेलवे की टीम को गाड़ी आने पर तैनात कर दिया। इस सुपर फास्ट ट्रेन के आते ही रेलवे की टीम ने मानवीय मूल्यों के साथ सिर्फ 25 मिनट मे महिला को नार्मल डिलेवरी करा कर, ट्रेन को बनारस की ओर रवाना कर दिया।
रेलवे टीम के कहने पर जच्चा-बच्चा व शकील को जबलपुर मे उतार कर एक निजी चिकित्सालय में उपचार हेतु भेज दिया गया है। महिला यात्री को मानवीय पहल व सहानुभूति के साथ मदद करने पर डा. सतेंद्र, श्री मनोज एवं महिला नर्सो के साथ ही जबलपुर रेल मंडल/ पमरे की यात्रियों ने प्रशंसा करते हुए इसकी बहुत सराहना की।