जबलपुर : पुलिस महानिरीक्षक को आया गुस्सा, बोले 6 सालों से पड़ी है रिपोर्ट अभी तक क्यों नहीं हुआ निपटारा
जबलपुर : पुलिस महानिरीक्षक को आया गुस्सा, बोले 6 सालों से पड़ी है रिपोर्ट अभी तक क्यों नहीं हुआ निपटारा
- वार्षिक निरीक्षण के दौरान आईजी भगवत सिंह चौहान पहुंचे थे एसपी कार्यालय
- पुलिस मुख्यालय में लापरवाही देख सभी एसपी को दिए निर्देश
- जल्द से जल्द सभी लंबित मामलों का करें निराकरण
द लोकनीति डेस्क जबलपुर
साल के अंतिम दिन एसपी कार्यालय का वार्षिक निरीक्षण करने पहुंचे पुलिस महा निरीक्षक भगवत सिंह चौहान लंबित पड़े मामलों को लेकर जमकर नाराजगी जताई। एसपी कार्यालय के निरीक्षण के दौरान आईजी की नजर 5 से 6 साल पुराने मामलों से जुड़ी फाइलों पर पड़ी जिस का निपटारा नहीं होने पर उन्होंने इसका कारण जानना चाहा तो मौके पर मौजूद अधिकारी कोई भी जवाब नहीं दे पाए।
पुलिस मुख्यालय में इस तरह की लापरवाही देख आईजी ने सभी एएसपी को निर्देश दिए कि वे जल्द से जल्द सभी लंबित मामलों का निराकरण करें। स्टेनो कक्ष में पुलिस जवानों के निलंबन संबंधी आठ मामले तथा रीडर शाखा में 35 मामले लंबित मिलने पर उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि कम से कम विभागीय मामले को तो समय पर निपटाते चलें।
15 दिनों के अंदर सभी मामलों का हो जाए निपटारा
निरीक्षण के दौरान पुलिस महा निरीक्षक ने सख्त लहजे में निर्देश दिए कि 15 दिन के अंदर सभी मामलों का निराकरण किसी भी हालत में हो जाना चाहिए वार्षिक निरीक्षण के दौरान आईजी को सलामी दी गई।
रिकार्डों को सुरक्षित रखने के लिए बनेगा नया भवन
निरीक्षण के दौरान पुरानी बिल्डिंग में संचालित हो रही शाखाओं में जहां-तहां रिकॉर्ड रखे होने और सब कुछ व्यवस्थित होने पर आएगी चौहान ने व्यवस्थित भवन बनाने के लिए कहा इस पर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने जानकारी दी कि नए भवन के निर्माण को लेकर दो करो रुपए का प्रोजेक्ट स्वीकृति के लिए मुख्यालय भेजा गया है अनुमति मिलते ही निर्माण शुरू किया जाएगा। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर अमित कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उत्तर अगम जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दक्षिण/अपराध गोपाल प्रसाद खाण्डेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शिवेश सिंह बघेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात संजय कुमार अग्रवाल, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय तुषार सिंह, उप पुलिस अधीक्षक ग्रामीण , अपूर्वा किलेदार, परिवीक्षाधीन उप पुलिस अधीक्षक पूजा पाण्डे, सचिन धुर्वे एवं रक्षित निरीक्षक सौरभ तिवारी तथा कार्यालय का अनुसचिवीय बल उपस्थित था।