जबलपुर : कलेक्टर बोले किसानों को असुविधा हुई तो केन्द्र प्रभारी एवं समिति प्रबंधकों पर होगी कठोर कार्यवाही
- किसी भी हाल में न खरीदी जाए अमानक धान
- कलेक्टर ने किया धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण
द लोकनीति डेस्क जबलपुर
जबलपुर – कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने गुरुवार को पाटन तहसील के नुनसर, आरछा और सहसन स्थित धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया । इस दौरान शर्मा ने जहाँ नॉन एफएक्यू धान नहीं खरीदने की स्पष्ट हिदायत खरीदी केंद्र प्रभारी एवं समिति प्रबंधकों को दी , वहीं एफएक्यू क्वालिटी का धान लेकर आने वाले किसानों को परेशान करने की शिकायत प्राप्त होने पर कठोर कार्यवाही की चेतावनी दी है ।
कलेक्ट दोपहर खरीदी केंद्र का निरीक्षण करने नुनसर पहुँचे थे । बाद में उन्होंने आरछा स्थित खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया । इस दौरान शर्मा ने किसानों द्वारा लाई गई धान की तुलाई के तत्काल बाद उसका परिवहन और भण्डारण के निर्देश दिये हैं । उन्होंने कहा कि तुलाई के बाद धान खुले में रखी नहीं दिखनी चाहिये । कलेक्टर ने बारदानों की उपब्धता की जानकारी भी खरीदी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान ली। उन्होंने मिलर्स द्वारा भेजे गये खराब बारदानों का पंचनामा बनाने के निर्देश भी दिये हैं ।
नॉन एफएक्यू धान की सूचना तत्काल एसडीएम को दें
शर्मा ने कहा कि सर्वेयर एवं खरीदी केंद्र प्रभारियों को खरीदी केंद्रों पर आने वाली नॉन एफएक्यू धान की सूचना तत्काल एसडीएम को देना होगी, ताकि ऐसी धान कहाँ से लाई गई है जांच कर उसका पता लगाया जा सके और यदि धान किसी व्यापारी या बिचौलिये की है तो उनपर एफआईआर दर्ज कराई जा सके । उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसानों की आड़ लेकर व्यापारी या बिचौलिये इस व्यवस्था का लाभ न उठा पायें इसे हर हाल में सुनिश्चित करना होगा । निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने खरीदी केंद्रों पर मौजूद किसानों से भी चर्चा की । उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे एसएमएस मिलने पर ही अपनी उपज खरीदी केंद्रों पर लेकर आयें । ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो । शर्मा ने किसानों से एफएक्यू गुणवत्ता की धान ही खरीदी केंद्रों पर लाने का अनुरोध भी चर्चा के दौरान किया और उन्हें भरोसा देते हुये कहा कि वास्तविक किसानों को किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है । उनकी पूरी उपज का उपार्जन खरीदी केंद्रों पर होगा।
प्रत्येक खरीदी केंद्र पर छन्ने एवं पंखे की व्यवस्था करें
कलेक्टर ने निरीक्षण में अधिकारियों से कहा कि ऐसे किसानों से सम्पर्क कर शीघ्र अपनी धान विक्रय हेतु लाने के लिये आग्रह करें जिन्हें एसएमएस भेजे जा चुके हैं लेकिन अभी तक वे अपनी उपज लेकर खरीदी केंद्रों पर नहीं पहुँचे हैं । शर्मा ने खरीदी केंद्रों पर तुलाई मशीनों की उपलब्धता की जानकारी भी ली तथा प्रत्येक खरीदी केंद्र पर छन्ने एवं पंखे की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये । शर्मा ने नुनसर खरीदी केंद्र पर खरीदी के बाद धान के बोरों में लगे टैग में किसानों का नाम और कोड नम्बर अंकित नहीं किये जाने पर नुनसर खरीदी केंद्र प्रभारी को नोटिस जारी करने के निर्देश भी निरीक्षण के दौरान दिये । उन्होंने बिना एसएमएस लाई गई धान की खरीदी न करने की हिदायत भी खरीदी केंद्र प्रभारियों को दी । कलेक्टर ने धान की तुलाई के बाद तुरन्त सबंधित किसान को उसकी पर्ची देने तथा पोर्टल पर ऑनलाइन एंट्री करने के निर्देश भी दिये हैं । निरीक्षण के दौरान कलेक्टर के साथ एसडीएम पाटन आशीष पांडे एवं तहसीलदार प्रमोद चतुर्वेदी भी मौजूद थे।
महिला स्व-सहायता समूह का बढ़ाया हौसला
क्लेक्टर कर्मवीर शर्मा ने निरीक्षण के दौरान सहसन उपार्जन केंद्र पर धान खरीदी की जिम्मेदारी संभाल रहे महिला स्व-सहायता समूह जगत माता ग्राम समिति की सदस्यों की हौसला अफजाई की । शर्मा ने सहसन उपार्जन केंद्र की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्थाओं की तारीफ भी की । कलेक्टर ने समूह की सदस्यों से कहा कि बेहतर प्रबंधन को देखते उनके समूह को आगे और बड़ी जिम्मेदारी दी जायेगी।
पनागर फूटाताल में छापामार कार्रवाई, 1200 कट्टी धान जब्त
अनुविभागीय अधिकारी जबलपुर नम: शिवाय अरजरिया ने आज तहसीलदार एवं सहकारिता निरीक्षक के साथ छापामार कार्यवाही कर पनागर थाना अंतर्गत फूटाताल लमती में सोनिया पैलेस पर रखी 12 सौ कट्टी धान जब्त की है। करीब 5 लाख रुपए मूल्य की जब्त की गई इस धान के बोरी में खाद एवं रसद विभाग उत्तर प्रदेश तथा बिहार लिखा हुआ है। पड़ोसियों ने बताया कि धान किसकी है उन्हें पता नहीं है। धान को जब्त कर मौके से उठाकर पनागर मंडी की सुपुर्दगी में सुरक्षित रखी गई है।
अधिकारियों को लोगों द्वारा पनागर फूटाताल में स्थित खाली जगह पर पन्नी से ढकी भारी मात्रा में धान रखी होने की सूचना दी गई। जिसके बाद आज सुबह अनुविभागीय अधिकारी नम: शिवाय अरजरिया, पनागर तहसीलदार दिलीप चौरसिया सहित खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने छापा मारकर लगभग 1200 कट्टी धान जब्त की, जिसकी बाजारू कीमत लगभग 5 लाख रुपये अनुमानित है, प्रथम स्थिति में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह धान किसी व्यापारी द्वारा मंडी में तुलवाने के लिए रखी गई थी। प्रशासनिक कार्यवाही के दौरान धान का कोई दावेदार उपस्थित नहीं हुआ, जिसके बाद अज्ञात व्यक्ति पर मामला कायम कर धान को शासन ने अपने कब्जे में लेकर पनागर मंडी के सुपुर्द कर दिया है। साथ ही यह धान किसकी है अधिकारी इसकी भी जांच कर रहे हैं कि इतनी बड़ी मात्रा में धान किस वजह से रखी गई है।