जबलपुर : अजब MP की गजब कहानी, यहां मृत किसानों का हो गया धान का पंजीयन
जबलपुर : अजब MP की गजब कहानी, यहां मृत किसानों का हो गया धान का पंजीयन
- सत्यापन के लिए गांव पहुंची पटवारी तो हुआ खुलासा
- पनागर में गुलैदा गांव के अंधुआ में बचौलियों ने करा लिए फर्जी पंजीयन
- अन्नदाताओं थाने में दर्ज कराई फर्जी पंजीयन की शिकायत
द लोकनीति डेस्क जबलपुर
खरीफ फसल के उपार्जन में होने वाले पंजीयन में हद दर्जे की लापरवाही बिचौलियों द्वारा काफी समय से चली आ रही है। पैसों की लालच के चलते बिचौलिए बड़ी नासानी से अन्नदाताओं की फसल का पंजीयन फर्जी सिकमीनामा लगाकर आसानी से कराने में जाहिर हो चुके हैं, लेकिन इन बिचौलियों के काले कारनामे की कलई इस मर्तबा परत दर परत खुल रही है। हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के पनागर ब्लॉक की, जहां बिचौलियों ने मृत किसान का फर्जी सिकमीनामा लगाकर फर्जी पंजीयन करा लिया। इतना ही नहीं अनेक किसानों का धान की फसल का पंजीयन बिचौलियों करवा लिया था। इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब पंजीयन धान के पंजीयन का सत्यापन करने पटवारी संबंधित गांव में पहुंचा। पटवारी की जांच के दौरान जब ग्रामीणों को पता चला कि उनका पंजीयन हो चुका है तो सभी किसान सकते में आ गए। किसानों ने मामले की जानकारी पनागर थाने में देते हुए फर्जी पंजीयन की शिकायत दर्ज कराई है।
ऐसे हुआ अन्नदाता के साथ पूरा फर्जीवाड़ा
पनागर ब्लॉक के गुलौदा गांव के कमलेश सत्येंद्र बालमुकुंद तिवारी विजय कुमार अजय और सुजीत कुमार ऋषिराज तिवारी नितेश कुमार ने पानगर थाने में लिखित शिकायत में बताया कि कि उनकी जमीन मौजा, गुलेदा, अंधुआ में है, जिस पर वे सभी लंबे समय से काबिज हैं और काश्तकारी करते आ रहे हैं। सभी किसानों ने अपने-अपने खाली खेतों में धान की फसल लगाई है जो कि पककर तैयार हो चुकी है। किसानों ने आरोप लगाया कि उन्होंने धान की फसल का पंजीयन नहीं कराया था, लेकिन कुछ बिचौलियों ने उनकी जमीन को सिकमी बता कर बड़ी आसानी से फर्जी पंजीयन करा लिया है।
मृतक कृषक के खेत का कराया पंजीयन
पुलिस के पास पहुंचे हताश और परेशान अत्रदाताओं ने शिकायत में यह भी बताया कि गांव की ही तारा बाई पति विजय सिंह का बीमारी के चलते दो वर्ष पहले ही देहांत हो चुका है, इसके बाद भी बिचौलियों ने आपसी संगामिती कर और आपरेटर्स से मिलकर फर्जी पंजीयन करा लिया। मृतक की जमीन का पंजीयन कराने के बात सुनकर पुलिस अधिकारी भी अवाक रह गए। फिलहाल पुरे मामले को पुलिस से संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी है।
किसानों की लिखित शिकायत, पुलिस ने मामले की शुरू जांच
बताया गया है कि जब पटवारी पंजीयन की जांच करने गांव पहुंचा तभी सभी को इसकी जानकारी लगी कि उनके खेतों का पंजीयन बखूबी हो चुका है यह बात सुनकर सभी के साथ आवाज रह गए। किसान चामू सिंह, जयंती बाई, शक्ति सिंह , लल्लू सिंह, कल्याण सिंह, मार्तंड सिंह, अजीत रजक, राजेंद्र सिंह समेत सभी किसानों ने पुलिस में शिकायत की है पुलिस ने सभी शिकायत कर्ताओं की लिखित शिकायत लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
इनका कहना
गुलैदा ग्राम पंचायत के अंधुआ गांव के कुछ कृषकों ने खरीफ की फसल उपार्जन के फर्जी पंजीयन बिना किसी जानकारी के बिचौलियों द्वारा करा लिए जाने की शिकायत दी है। पूरे मामले और दोषी पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आर के सोनी, थाना प्रभारी पनागर