मध्प्रदेश/जबलपुर(Jabalpur) ##नागपुर( Nagpur) से भेजे गए जबलपुर और उमरिया के तबलीगी जमात के 8 सदस्यों को सुखसागर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया है। कोविड-19 पॉजिटिव मिल चुके जमातियों को क्वारंटाइन में रखने की अलग से व्यवस्था प्रशासन नहीं कर पाया। जमातियों के कारण सुखसागर में क्वारंटाइन किए गए और भी कोविड-19 संदिग्ध दहशत में आ गए।सुखसागर मेडिकल कॉलेज के गेस्ट हाउस में रखे गए कोरोना पॉजिटिव पुलिस कर्मियों पर कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन न करने के आरोप प्रत्यरोप लग रहे हैं। कोविद19 पॉजिटिव पुलिस कर्मी वार्ड से बाहर निकलकर घूमते नजर आए जिस कारण वहां विद्युत तथा पानी सप्लाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए नगर निगम से भेजे गए इलेक्ट्रीशियन व प्लंबर वापस लौट गए। सुखसागर मेडिकल कॉलेज में 208 कोविड -19 के संदिग्ध व आईपीएस(IPS ) अधिकारी समेत कोरोना (Corona ) वायरस से संक्रमित 7 पुलिस जवानों को भी भर्ती किया गया है।
तबलीगी जमात के सदस्य 40 दिन की धार्मिक यात्रा के लिए नागपुर गए थे। अप्रैल के पहले जमातियों की टैस्ट कराया गया था जिसमें वे कोरोना वायरस से संक्रमित मिले था । नागपुर के अस्पताल में भर्ती कर उनका उपचार कराया गया और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद बस से जबलपुर भेजा गया। जमातियों को टेस्ट के लिए विक्टोरिया अस्पताल ले जाया गया। वहा उनके थ्रोट स्वाब के सैंपल लेकर सुखसागर मेडिकल कॉलेज रवाना कर दिया गया है। अब सुखसागर में ड्यूटी कर रही टीम ने सुरक्षा के लिहाज से जमातियों को कहीं और भर्ती रखने की सलाह दी। लेकिन प्रशासन व्यवस्था नहीं कर पाया और जमातियों को सुखसागर में भर्ती रखना पड़ा। जिनमें खुर्शीद अनवर अंसारी 60 पिता हफीजुल कदीर निवासी पुराना पुल डॉक्टर जाकिर हुसैन वार्ड गोहलपुर, अजीजुर्रहमान 34 पिता शकील अहमद 34 मरकज मदीना मस्जिद के पास गोहलपुर, शमीम अख्तर 35 पिता नियाज अहमद निवासी मरकज मदीना मस्जिद के पास गोहलपुर व उमरिया जिला चंदिया निवासी अमीन मोहम्मद 35 पिता सादिक शामिल हैं।
अब रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद होगी छुट्टी
तबलीगी जमात के सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद नागपुर से जबलपुर भेजा गया। पर यहां उनकी दोबारा जांच कराई जा रही है। कोरोना (corona) की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें घर भेजा जाएगा। अब इन से ही मिले जानकारी के अनुसार जबलपुर, उमरिया व छत्तीसगढ़ के तबलीगी समाज के 8 सदस्य ट्रेन से नागपुर गए थे। देश के कई शहरों से जुटे तबलीगी समाज के लोगों के साथ उन्हें 40 दिवसीय आयोजनों में शामिल होना था। जबलपुर के 6, उमरिया चंदिया का 1 तथा भाटापारा छग निवासी किशोर ने जबलपुर से एक साथ यात्रा प्रारंभ की थी।