ईरान की इकलौती महिला ओलंपिक विजेता ने छोड़ा अपना ही देश,कहा- वहां की लाखों सताई हुई महिला में से एक हूं, मैं

ईरान की इकलौती महिला ओलंपिक विजेता ने छोड़ा अपना ही देश,कहा- वहां की लाखों सताई हुई महिला में से एक हूं, मैं

ईरान ने स्थिति इन दिनों बेहद तनावपूर्ण है और इसी बीच ईरान को एक और झटका लग गया है,बता दें कि इकलौती महिला ओलंपिक पदक विजेता किमिया अलीज़ादेह ने देश छोड़ने का फ़ैसला लिया है. इस बात की जानकारी 21 साल की अलीज़ादेह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख कर सबको दी है। जिसके मुताबिक़ वह ईरान में, 'पाखंड, झूठ, अन्याय और चापलूसी' का हिस्सा नहीं बनाना चाहती हैं. साथ ही उन्होंने ख़ुद को ईरान की लाखों सताई हुई महिलाओं में से एक माना है. किमिया इस वक़्त कहां हैं, इसके बारे में उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन ईरानी मीडिया की ख़बरों में कहा जा रहा है कि वह ट्रेनिंग के सिलसिले में नीदरलैंड्स में हो सकती हैं. उन्होंने 2016 के रियो ओलंपिक में ताइक्वांडो में कांस्य पदक जीतकर ईरान के लिए इतिहास रचा था.

क्या लिखा सोशल मीडिया पोस्ट में

अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने कहा है कि ईरान के अधिकारियों ने उनकी कामयाबी को अपने प्रोपगैंडा के लिए इस्तेमाल किया. साथ ही किमिया ने अपनी सोशल पोस्ट में लिखा है, “मैं ईरान की लाखों सताई गई महिलाओं में से एक हूं जो सालों तक देश के लिए खेलती रही हूं. अधिकारियों ने जो भी कहा मैं उसे मानती रही. हर आदेश का पालन किया है, लेकिन उनके लिए हममें से कोई भी अहमियत नहीं रखता. हम उनके लिए केवल इस्तेमाल होने वाले हथियार भर हैं.” सरकार उनकी कामयाबी को राजनीतिक तौर पर भुनाती रही लेकिन अधिकारी उनका अपमान करते रहे. उन्होंने यह बताया है कि अधिकारी उनपर कमेंट करते थे, “किसी महिला के लिए अपने पैरों को स्ट्रेच करना पुण्य का काम नहीं है.” लेकिन अलीज़ादेह ने एक बात साफ करी कि वो जहां भी रहेंगी ईरान की बेटी बनकर रहेंगी.

 

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