54 अंतर्राज्यीय नाकों को किया जाएगा बंद, किसानों से नहीं होगी अब मनमानी वसूली
मध्यप्रदेश/भोपाल(Bhopal) – : भारत सरकार के जारी अध्यादेश के बाद प्रदेश की कृषि उपज मंडियों के 54 अंतर्राज्यीय नाकों को बंद किया जाएगा।अब किसानों से नहीं होगी मनमानी वसूली, अब कृषि गतिविधियों को बढ़ाने के लिए प्रदेश में 26 हजार कृषक मित्र को पुन: बनाए जाएंगे। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल(Kamal patel) ने विभागीय समीक्षा के टाइम यह निर्देश दिया है। कृषि मंत्री ने बताया कि सभी मंडियों में अब इलेक्ट्रानिक तौल कांटे लगाये जाएं तथा मंडियों को अपग्रेड भी किया जाये और सुनिश्चित किया जाये कि किसानों से अवांछित तरीके से वसूली न होने पाए।
मंत्री कमल पटेल ने वर्ष 2020-21 में चना उपार्जन का कार्य 30 जून 2020 तक जारी रखने और उपार्जन हेतु एस.एम.एस. लगातार जारी किये जाने के निर्देश दिए है।अब अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन कलेक्टरों ने उपार्जन कार्य पूर्ण न होने के बाद भी उपार्जन केन्द्र बंद कर दिये हैं वे तत्काल प्रभाव से उपार्जन केन्द्र शुरू करें और संबंधित कलेक्टर्स से स्पष्टीकरण लिये जायें। दमोह(Damoh) जिले में वर्ष 2018-19 में उड़द फसल की किसानों की बकाया राशि 27 करोड़ 96 लाख रूपये का भुगतान करने के निर्देश दिये है। उन्होंने भारत सरकार के मंडी एक्ट 5 जून 2020 के अध्यादेश अनुसार कृषि उपज मंडियों के अन्तर्राज्यीय 54 नाकों को तत्काल प्रभाव बंद करने का भी निर्देश दिया है।
संचालक कृषि कि बैठक में निर्देशित किया गया कि पी.के.व्ही.वाय. योजना के लक्ष्य जारी किये जाये तथा प्रमाण-पत्र जारी करने हेतु सभी जिलों के परियोजना संचालक 'आत्मा' को तत्संबंध में तत्काल आदेश जारी किये जाये। मंत्री कमल पटेल ने किसानों को आवश्यक सलाह और सुझाव देने के लिये कृषक मित्र योजना के तहत प्रदेश में प्रत्येक 2 गावों में एक कृषक मित्र की व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया है । उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 26 हजार कृषक मित्र पुन: बनाये जायेंगे। इसी प्रकार खण्ड समन्वयक, जिला समन्वयक एवं संभाग समन्वयक भी बनाये जायेंगे। आत्मा परियोजना में विकासखण्ड तकनीकी प्रबंधक एवं सहायक तकनीकी प्रबंधक के रिक्त पदों को भरे जाने के लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।