इंदौर कलेक्टर को तत्काल हटाया जाए, नहीं तो स्वास्थ्य कर्मचारी एक साथ देंगे सामूहिक इस्तीफा – डॉ. पूर्णिमा डगरिया

मध्यप्रदेश/इंदौर : मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना कहर अभी भी बना हुआ हैं। यहां हालात सुधारने के बजाए लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। दरअसल, इंदौर की जिला स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गड़रिया ने बुधवार को कलेक्टर मनीष सिंह की कार्यशैली से नाराज़ होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। डॉ गड़रिया ने स्वास्थ्य आयुक्त को अपना इस्तीफा भेज दिया हैं।
डॉ पूर्णिमा गड़रिया ने इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा- काम बिगड़ने पर कलेक्टर स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगा देते हैं। गड़रिया के मुताबिक कुछ समय पूर्व कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा था कि नौकरी छोड़ दो या मैं तुम्हें सस्पेंड कर दूंगा। उसके बाद पूर्णिमा गड़रिया ने इस्तीफा दे दिया।
अब स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा डागरिया और इंदौर कलेक्टर के बीच अनबन का विवाद गहराता जा रहा हैं। स्वास्थ्यकर्मी मनीष सिंह के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। गुरुवार शाम बड़ी संख्या में स्वास्थ्य अधिकारी संभाग आयुक्त पवन शर्मा के कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने ज्ञापन दिया। इसमें कलेक्टर मनीष सिंह को तत्काल हटाने की मांग की हैं।
ज्ञापन में कहा गया है, 7 मई की सुबह 8 बजे से लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी काम करने में असमर्थ रहेंगे। यह अधिकारी व कर्मचारी तब तक काम नहीं करेंगे, जब तक मनीष सिंह को हटाया नहीं जाता।
वहीं, डॉ. पूर्णिमा डगरिया ने कहा- यदि कलेक्टर को नहीं हटाया, तो सभी स्वास्थ्य कर्मचारी एक साथ सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।