हफ्ते भर तक सील रहेगी राजधानी की सीमाएं, सीएम ने मांगे हैं सुझाव

नई दिल्ली। देश में जारी कोरोना वायरस के कहर के बीच दिल्ली सरकार ने एक अहम् फैसला लिया है। सूबे के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि दिल्ली की सीमाएं एक हफ्ते के लिए सील कर रहे हैं लेकिन ज़रूरी सेवाएं जारी रहेंगी। उन्होंने सीमाएं खोलने के लिए दिल्लीवासियों से शुक्रवार शाम 5 बजे तक सुझाव मांगे हैं। दिल्लीवासी अपने सुझाव delhicm.suggestions@gmail.com पर, 8800007722 पर वॉट्सऐप के ज़रिए या 1031 पर वॉइस मेसेज से दे सकते हैं।

 दिल्ली की सीमाएं खोली तो कोरोना कोहराम मचा देगा
केजरीवाल ने आगे कहा कि अगर वह दिल्ली के बॉर्डर खोलते हैं तो कोरोना वायरस संक्रमित मरीज़ों के लिए रखे गए 9,500 बेड 2 दिन में भर जाएंगे क्योंकि पूरे देश के लोग इलाज कराने दिल्ली आएंगे। बतौर केजरीवाल, दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाएं आज किसी भी राज्य से अच्छी हैं, इसलिए लोग यहां आते हैं। इसके अलावा केजरीवाल ने दिल्ली में नाई की दुकानें और सैलून खोलने की घोषणा की लेकिन कहा कि स्पा नहीं खोले जाएंगे। उन्होंने कहा, 'बाज़ारों में हमने ऑड-ईवन लागू किया था, केंद्र के निशानिर्देश में ऐसी कोई शर्त नहीं है, इसलिए, सभी दुकानें खुलेंगी।' वहीं, ऑटो व ई-रिक्शा में एक सवारी बैठने की सीमा हटा ली गई है। 

AAP नेता राघव चड्ढा ने दिया फैसले पर उठे सवालों का जवाब
वहीं अब इस फैसले पर राजनीति शुरू हो गई है और भारतीय जनता पार्टी इसको लेकर सवाल खड़े कर रही है। इस बीच अब आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने इस फैसले को लेकर कहा कि हम दिल्ली वालों से सुझाव ले रहे हैं और उसपर ही फैसला होगा। आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सीएम और अधिकारियों ने बयान दिया कि दिल्ली वालों की वजह से प्रदेश में कोरोना वायरस फैला है, इसलिए हमने बॉर्डर सील किया। दूसरी ओर हरियाणा के सीएम ने भी ऐसा ही किया और बॉर्डर पर सड़कें खुदवा दीं। राघव चड्ढा ने कहा कि हमने बदला नहीं लिया है, लेकिन यूपी के सीएम और हरियाणा के सीएम को उनके लोगों को चिंता है, तो दिल्ली के लोगों की चिंता यहां के सीएम को है।

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