नोटबंदी में अधिक पैसे जमा करने वाले आयकर के हत्थे चढ़े, पढ़ें पूरी खबर

इंदौर / गरिमा श्रीवास्तव :- लीजिये नोटबंदी का दौर तो दो चार वर्ष पूर्व निकल गया , पर उस दौरान जिसकी जेब भरी हुई थी वह आयकर विभाग के शिकंजे में आ फंसे।
नोटबंदी के दौरान अधिक राशि जमा करने वालों पर आयकर विभाग की तेज़ नज़र पड़ गई है।
बैंक खातों में बिना किसी स्रोत के अधिक नकदी जमा करने वाले सावधान हो जाएं।
हांलाकि आयकर विभाग ने नोटबंदी के दौरान ही 24128 केस जांच में लिए थे। उनमें से 12908 केसों में 13868 करोड़ रुपए की टैक्स डिमांड निकाली है। इन्हें नोटिस जारी किए हैं, अब वसूली होगी। मप्र-छग के प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर अजय कुमार चौहान ने बुधवार को इस ख़ुलासे की पूरी जानकारी दी।
आपको बताते चलें कि मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ में अभी तक कुल 31.75 लाख रिटर्न दाखिल हो गए हैं।
प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर अजय कुमार चौहान ने कहा कि आयकर विभाग किसी भी भ्रष्टाचार को नहीं सहेगी। जिन व्यक्तियों ने रुपयों की धांधलेबाजी की है उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए एक गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है।
चौहान ने कहा कि जो तीन साल से लगातार कम एडवांस टैक्स दे रहे हैं और बाद में सेल्फ असेसमेंट में अधिक टैक्स देते हैं। आशंका है कि वे खातों में हेराफेरी कर रहे हैं।और ऐसे लोगों की धांधलेबाजी की अगर पुष्टि हो जाती है तो इनके खिलाफ कड़ी से कदफि करवाई की जाएगी। सेल्फ असेसमेंट में भी चिन्हित करदाताओं से विभाग को 155 करोड़ लेना है।
चौहान ने बताया कि 760 मामलों में विभाग ने करदाताओं के खिलाफ कोर्ट में केस दायर किया है।
मप्र टैक्स कलेक्शन में अन्य राज्यों की तुलना में 2.5% अधिक बेहतर चल रहा है। हमारी नज़र उन व्यापारियों और उद्योगपतियों पर है जो रिटर्न दाखिल नहीं कर रहे हैं।
ऐसे भ्रष्ट लोगों का आयकर विभाग बहुत जल्द ही पर्दाफाश करेगी।