मध्यप्रदेश में फिलहाल बिना हटाये अतिथि विद्वानों से जरुरत के हिसाब से काम लिया जाएगा
मध्यप्रदेश में फिलहाल बिना हटाये अतिथि विद्वानों से जरुरत के हिसाब से काम लिया जाएगा
- अतिथि विद्वानों के लिए नई व्यवस्था
- जरुरत के हिसाब से ली जाएगी सेवा
- इस बात पर कैबिनट करेगा विचार
प्रदेश के महाविद्यालयों में चार हजार अतिथि विद्वानों को फिलहाल बिना हटाए काम लिया जाएगा। इस बारे में बुधवार को होने जा रही कैबिनेट की बैठक में विचार किया जाएगा। बता दें कि अतिथि विद्वान फिलहाल कॉलेजों में खाली रेग्युलर पोस्ट के खिलाफ काम कर रहे हैं, इन पदों पर जब नियमित नियुक्ति होती है तो उन्हें हटा दिया जाता है। मंत्रियों की उच्च स्तरीय समिति ने यह नीतिगत फैसला लिया है कि जो भी अतिथि विद्वान कार्यरत हैं, उन्हें हटाया नहीं जाएगा।
वही उच्च शिक्षा विभाग के प्रस्ताव के अनुसार च्वाइस फिलिंग कराएगा और जिस कॉलेज में भी पद खाली होगा, वहां अतिथि विद्वानों की सेवा ली जाएंगी। फिलहाल कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों के 6404 पद खाली हैं। कैबिनेट में आईएएस संवर्ग में अपर मुख्य सचिव के दो स्थायी पदों को केंद्र ने स्वीकृति दे दी है जिन्हें कैबिनेट में मंजूरी के लिए लाया जाएगा।