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एक साल में आबकारी विभाग ने 13 हजार करोड़ रुपए का राजस्व जमा करने के होड़ में

  • वाणिज्यिक कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने अपने विभाग की एक वर्ष की उपलब्धियों की जानकारी दिए
  • 2018-19 में आबकारी विभाग ने 9500 करोड़ रुपए के लक्ष्य से अधिक 9507 करोड रुपए का राजस्व हासिल किया

भोपाल। प्रदेश के वाणिज्यिक कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने कहा है कि वित्त वर्ष 2019-20 में आबकारी विभाग ने 13 हजार करोड़ रुपए का राजस्व जमा करने का लक्ष्य रखा है। वित्त वर्ष 2018-19 में आबकारी विभाग ने 9500 करोड़ रुपए के लक्ष्य से भी ज्यादा 9507 करोड रुपए का राजस्व जमा किया था। ये जानकारी मंत्री बृजेन्द्र सिंह ने अपने विभाग की एक वर्ष की उपलब्धियां गिनाने हुए पत्रकारों से चर्चा के दौरान दी। वाणिज्यिक कर मंत्री ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के राजस्व के रुप में केन्द्र से अगस्त से नवंबर माह तक की अवधि में 2876 करोड रुपए मिलने थे, जो अभी तक नहीं मिले हैं।  वित्त वर्ष 2018-19 में राज्य सरकार को जीएसटी राजस्व 19457 करोड प्राप्त हुआ था, जबकि इस वर्ष अप्रैल से लेकर नवंबर तक 12904 करोड रुपए ही मिला है।

विभाग की और उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि नई मदिरा दुकान बिना खोले इस वर्ष अब तक 8522 करोड़ का राजस्व जमा किया गया, जो गत वर्षो की तुलना में अधिक है। इसी तरह मदिरा में लगने वाले मूल्य संवर्धित कर (वैट) को पांच से बढ़ाकर दस प्रतिशत कर दिया गया, जिससे इस वित्तीय वर्ष में अब तक 250 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। इसके अलावा रिसोर्ट बार की लाइसेंस फीस भी कम की गयी है।

उन्होंने कहा कि विभाग ने कानून एवं प्रक्रिया का पालन कराने के लिए इस वर्ष नवंबर माह तक ठेकेदारों के विरूद्ध अनियमितताओं के लिए 62 हजार 9 सौ 32 प्रकरण बनाए हैं।साथ ही इसके अलावा अवैध रुप से मदिरा के निर्माण, भंडारण, विक्रय एवं परिवहन करने वालों के विरूद्ध 61 हजार 5 सौ 11 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं। 

माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर राज्य सरकार प्रतिबद्ध है :  वाणिज्यिक कर मंत्री बृजेंद्र सिंठ राठौर ने विभिन्न प्रकार के माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रतिबद्ध है। उनके विभाग ही नहीं बल्कि सरकार के पास भी माफियाओं की गतिविधियों की जानकारी है और इस बारे में नियमानुसार कार्रवाई भी की जा रही है। 

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