भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में डबरा विधानसभा सीट सबसे चर्चित सीट रही, यहां से भाजपा उम्मीदवार एवं शिवराज सरकार की मंत्री इमरती देवी ने कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश राजे के साथ चुनाव लड़ा जिसमें इमरती देवी को 7000 वोटों से हार का सामना करना पड़ा।
वहीं, भाजपा संगठन और स्वयं सेवक संघ इमरती देवी से खासे नाराज नजर आ रहे हैं। जिसका असर इमरती देवी के भविष्य पर पड़ सकता हैं। दरअसल, चुनाव में हार के बावजूद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया।
खबरों की मानें तो इमरती देवी मंत्री पद से इस्तीफा देने को राजी नहीं हैं। इतना ही नहीं भोपाल तक आने के बावजूद इमरती देवी ने मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया और वापस चली गई।
वहीं, पार्टी ने कई बार उनसे नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की बात कही हैं। लेकिन अब तक उन्होंने पार्टी की बात नहीं मानी हैं।
इधर, सूत्रों का कहना है कि इमरती देवी ने पार्टी के सामने मनमानी शर्त रख रही हैं। मनमानी शर्त के बाद प्रदेश में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि क्या भाजपा संगठन अब नगर निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव से भी उन्हें दूर रखने की तैयारी में हैं?
इतना ही नहीं इमरती देवी इस बात का एहसान भी जता रही है कि यदि कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर वह बीजेपी में शामिल नहीं होती तो मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार वापसी नहीं कर पाती।