CM के सख्त निर्देश की उड़ रही धज्जियां, मंत्री मीना सिंह के विधानसभा क्षेत्र में जमकर हो रहा अवैध रेत उत्खनन, कार्रवाई करने वाले चुप

उमरिया : मध्यप्रदेश के उमरिया ज़िले में लगभग 15 रेत खदाने हैं। जिनमें सभी खदानों में हेवी मशीनों से नदियों के बीच से धारा को रोक कर रेत निकाला जा रहा है। जिससे आसपास के करीब आधा सैकड़ा गांवों में भूजल स्तर गिर रहा है। कुएं, तालाब, नलकूप, हैंडपंप आदि सूखने की कगार पर हैं, पर्यावरणीय संतुलन अलग ख़राब हो रहा है।

जानकारी के अनुसार मानपुर की अखडार खदान, मोहबला मानपुर खदान, सलैया, पड़वार, कुण्डी आदि खदानों में रैंप बनाकर दिन रात रेत खनन चल रहा है। 

खास बात यह है कि मानपुर उमरिया दलित शोषित प्रधान जिला है और दलितों के जल की, पर्यावरणीय हितों की रक्षा नहीं हो पा रही है। जबकि, हैरान करने वाली बात ये है कि अवैध रेत उत्खनन का मामला आदिम जाति कल्याण विभाग की मंत्री मीना सिंह मांडवे के विधानसभा क्षेत्र मानपुर जिला उमरिया का है।  

बता दे कि रेत माफिया ना सिर्फ मप्र शासन के नियमों के विपरीत ही कार्य नहीं कर रहा बल्कि वो नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों की भी धज्जियां उड़ा रहा है।

वहीं, इस मामलें में कलेक्टर संजय श्रीवास्तव का कहना है कि रेत का खनन नियम के अनुसार चल रहा है, शिकायत आती है तो हम कार्रवाई करते हैं, जुर्माना भी करते हैं। कलेक्टर संजय श्रीवास्तव ने बताया की नदी के किनारे से मुख्य सड़क तक रास्ता बनाया जा सकता है, रैंप बनाने की शिकायत आएगी तो जाँच कराएंगे।

गौरतलब है कि अवैध रेत उत्खनन रोकने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सख्त निर्देशों के बाद भी रेत माफ़िया खुले में अवैध खनन कर रहे है और कार्यवाई कराने वाले चुप है।

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