IIFA Awards: कमलनाथ जी, आपका "हाथ" तो अतिथि विद्वानों के सिर पर होना चाहिए था, खैर….. नरोत्तम मिश्रा

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – आईफा अवॉर्ड्स-2020 की मेजबानी इस बार मध्य प्रदेश करेगा। सोमवार को बॉलीवुड के दबंग खान यानी सलमान खान और बॉलीवुड की हसीन अदाकारा जैकलीन फर्नांडीज ने कार्यक्रम की तारीखों की घोषणा की। मिंटो हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल हुए। 

आईफा अवॉर्ड्स-2020 की तरीकों का ऐलान होते ही प्रदेश में सियासी दौर शुरू हो गया हैं। बीजेपी लगातार इस आयोजन को लेकर कमलनाथ सरकार का घेराव कर रहीं हैं। बीजेपी के कई दिग्गज नेता इस आयोजन को लेकर कमलनाथ सरकार पर हमला बोल चुके हैं। इसी कड़ी में प्रदेश के कद्दावर भाजपा नेता और विधायक नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा हैं। 

नरोत्तम मिश्रा ने सीएम कमलनाथ से यह सवाल भी किया कि आखिरकार मुख्यमंत्री बताएं कि आइफा अवार्ड के माध्यम से मध्यप्रदेश को क्या लाभ होने वाला हैं। आखिरकार ऐसी क्या जल्दबाजी है जो आइफा अवार्ड करने के लिए सरकार बिल्कुल हड़बड़ी में हैं? ऐसे समय में जब खजाना खाली करने की बात की जाती है, आइफा अवार्ड पर करोड़ों रुपए खर्च करना किसी भी तरह से समझ से परे हैं। 

उन्होंने कहा कि वचन पत्र में कई ऐसी बातें हैं जो पूरी करने के लिए भारी बजट की जरूरत है, लेकिन सरकार की प्राथमिकता के बजाए इन सबके आइफा अवार्ड में ज्यादा लगती हैं। नरोत्तम मिश्रा ने आगे किसानों की कर्जमाफी और बेरोजगारी भत्ता देने की भी बात कहीं। उन्होंने सरकार को वचन याद दिलाते हुए कहा कि किसानों का क़र्ज़माफ़ी का वादा एवं बेरोजगारों के लिए भी जो बेरोजगारी भत्ता देने की बात की गई थी उस पर भी अमल होना चाहिए।

बता दे कि नरोत्तम मिश्रा यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे मुख्यमंत्री कमलनाथ के फोटो सेशन को लेकर भी तंज कसा। नरोत्तम ने कहा है कि कमलनाथ जी आपका हाथ तो अतिथि विद्वानों के सिर पर होना चाहिए था। आपका हाथ बेरोजगार नौजवानों के सिर पर होना चाहिए था। कमलनाथ जी आपका हाथ तो तो गरीब किसानों के सिर पर होना चाहिए था।

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