ICMR स्टडी में चौंकाने वाला दावा: जानिए क्या हुआ जब कोविडशील्ड और कोवैक्सिन को किया गया मिक्स

ICMR स्टडी में चौंकाने वाला दावा: जानिए क्या हुआ जब कोविडशील्ड और कोवैक्सिन को किया गया मिक्स

 

भोपाल:
देश में कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान जारी है। इस बीच कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर हुए अध्ययन में बड़ा खुलासा हुआ है। अगर किसी व्यक्ति ने पहले कोवैक्सीन की डोज ली है और उसके बाद उसे कोविशील्ड की डोज दी जाए तो क्या होगा? क्या दोनों वैक्सीन को मिलाकर लेना सुरक्षित है? ऐसे ही कई सवालों को लेकर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने जानकारी दी है। 

दरअसल कोवैक्सीन और कोविशील्ड की मिक्सिंग और मैचिंग स्टडी में बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं। इससे यह साबित होता है कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन की डोज मिलाकर लेने से कोरोना संक्रमण के खिलाफ बेहतर सुरक्षा मिल सकती है। आईसीएमआर की तरफ से वैक्सीन की मिक्सिंग और मैंचिग को लेकर यह स्टडी की गई थी।

आईसीएमआर की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि भारत में निर्मित कोविशील्ड और कोवैक्सीन के मिक्स डोज को लेकर किए जा रहे अध्ययन में इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। वैक्सीन की दो खुराक में कोविशील्ड और कोवैक्सीन के टीके देकर प्रतिरक्षा प्रणाली को और मजबूत किया जा सकता है।

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के एक एक्सपर्ट पैनल ने जुलाई में कोवैक्सिन और कोविशील्ड टीकों की मिक्स डोज पर एक स्टडी की सिफारिश की थी। इस स्टडी में कोवैक्सिन और कोवीशील्ड की मिक्स डोज लेने वाले लोगों में कोरोना के अल्फा, बीटा और डेल्टा वैरिएंट्स के खिलाफ बेहतर इम्यूनिटी मिली। स्टडी में पाया गया कि एक ही वैक्सीन की 2 डोज लेने वालों की तुलना में दो वैक्सीन की मिक्स डोज लेने वाले लोगों में ज्यादा एंटीबॉडी मौजूद थीं।

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