गाड़ दूंगा, टांग दूंगा, लटका दूंगा पर तरुण भनोत का पलटवार, कहा- प्रजातंत्र में ऐसे शब्द नहीं होना चाहिए इस्तेमाल
- पुलिस अधिकारियों के राजनीतिक संरक्षण के चलते ही ये घटना हो रही हैं
- विधवा महिला से सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है वह बहुत ही निंदनीय
द लोकनीति डेस्क जबलपुर
सीएम शिवराज सिंह के बयान गाड दूंगा-टांग दूंगा-लटका दूंगा पर पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत का बड़ा बयान सामने आया है,सीएम शिवराज के इस बयान पर हमला बोलते हुए पूर्व वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोट ने कहा है कि मुख्यमंत्री के ये तमाम शब्द है जिनका प्रजातंत्र में इस्तेमाल नही होना चाहिए,उनका वो उपयोग कर रहे है,आमजन में सीएम के द्वारा बोले गए हर शब्द जनता के बीच करते हैं दहशत पैदा करते है,सरकार का काम होता है जो दहशत पैदा कर रहे हो उनको पकड़ने का न कि स्वयं लोगो के बीच इस तरह की बाते कर दहशत पैदा करने का।
सीधी में भी विधवा महिला के साथ गैंगरेप की हुई घटना पर बोले पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट…..
मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे अपराध को रोकने में नाकाम हो रही मध्य प्रदेश सरकार को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है यही वजह है कि इन दिनों अपराध चरम सीमा में है और लागातर अपराध बढ़ रहा है……
हर राजनीतिक नेता चाहता है कि मेरा थानेदार, मेरा पुलिस अधिकारी हो मेरी जगह पर तैनात….
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि आज जिस तरह की राजनीति प्रदेश में सामने हो रही है इसे सभी नेताओं को छोड़ना चाहिए जिससे कि आमजन का भला हो,आज प्रदेश की पुलिस जनता के लिए राजनेता के लिए काम कर रही है,चाहे मंत्री हो या विधायक वो चाहता है कि मेरा पुलिस अधिकारी मेरे पास हो,मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोत ने कहा कि अगर अपराध मिटाना है तो फिर नेता को पुलिस के प्रति अपना मोह त्यागना चाहिए, हाल ही में जिस तरह की सीधी जिले में एक विधवा महिला से सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है वह बहुत ही निंदनीय है, उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों के राजनीतिक संरक्षण के चलते ही ये घटना हो रही है और आरोपी गिरफ्त से बाहर है,उन्होंने कहा कि अगर हर राजनेता यह कहना बंद कर दें कि मेरा थानेदार- मेरा पुलिस अधिकारी मेरे ही कहे अनुसार जगह पर तैनात हो तो निश्चित रूप से इससे आमजन का भला होगा साथ ही अपराध में भी कमी आएगी।