हनी ट्रेप मामलें से बीतें 5 दिनों से जुड़ा हुआ सब कुछ :- लोकनीति विशेष

शायद किसी  ने कल्पना भी नहीं की होगी की मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल व मिनी मुंबई कही जाने वाली इंदौर नगरी का हनिट्रेप मामला देश में इतनी सुर्खिया बटोरेगा, करोड़ो की रकम की मांग कर हाईप्रोफाइल लोगों से पैसा एठने का इतना खतरनाक प्लान खूबसूरत चेहरे के पीछे छिपी यह शातिर महिलाएं बना सकती है शायद ही कोई यकीं कर पाता ,किन्तु अब दूध का दूध पानी का पानी हो चुका है ,वैसे तो यह इस केस की शुरूआती गठरी खुलने की धमक जैसा भी है की कयासों में कई माननीय जी भी लपेटे में आ रहे है।

कथित तोर पर इन युवतियों के चंगुल में क्या नेता ,क्या अधिकारी , महत्वपूर्ण पदों पर बैठकर जनता का कार्य करने वाले लोगों का इस चंगुल में फसना इस और भी इशारा करता है की किस तरह से इस पूरे मामले में शामिल इन महिलाओं ने बड़े बड़े लोगों को अपनी  साजिश का शिकार बनाया है,ऐसे में सवाल तो उन लोगों पर भी उठना लाजिमी है जो इन महिलाओं के चक्कर में फसकर अपना बहुमूल्य लाखों व करोडो का धन पानी की तरह लुटाने को तैयार थे और लुटाते क्यों नहीं साहब ,आखिर सवाल उनकी प्रतिष्ठा का था। समाज में उनकी हैसियत व उनकी इज़्ज़त का इतना मूल्य लगा लेने वाली यह महिलाएं यह भी भूल चुकी थी की सिस्टम से जुड़े हुए इन कद्दावर लोगों का यूँ हनि ट्रेप करना उन्हेंबदनाम व समाज में लज्जित भी कर सकता है। पर एक कहावत हैं ना साहब की सत्ता और पैसे के मद में चूर हो चुके लोगों को सही व गलत में ज्यादा फर्क समझ में नहीं आता। तो फिर अंजाम की चिंता कैसे होती भला।
आखिर क्या होता है हनि ट्रेप:-
हनी ट्रैप ठीक जैसा की शब्द से ही मालूम पड़ रहा है की कोई मक्खी जिसकों की अपने जाल में पकड़ने के लिए शिकारी जमीन पर शहद उड़ेलता है और उसकी खुशबुं के लालच में मद होकर मक्खियां रसपान की चाहत में आकर फस जाती है और उस शिकारी का शिकार हो  जाती है।
आज का मामला हनीट्रैप भी एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी को अनैतिक या आपत्तिजनक स्थिति में वीडियों बनाकर उनसे अहम राज उगलवाने या पैसा वसूलने के कुत्सित प्रयास किये जाते हो।
साधारण भाषा में समझे तो ब्लेकमेल की एक ऐसी स्थिति जिसमें की कोई आपके आपत्तिजनक तस्वीरों को चुपके से खिंच ले या आपका आपत्तिजनक वीडियों बना ले फिर,आपको उक्त रकम ना देने के एवज़ में इसे वायरल करने की धमकी दे दे। इस तरह का प्रयास देश में घटित पूर्व की घटनाओं में भी देखा गया है। की जब इस तरह के वीडियों बनाकर लोगों से पब्लिश ना करने के एवज़ में बड़ी रकम मांगी गई हो।
इन मामलों में शिकार लोगों को सच्चाई क्या है इसका इल्म उस वक्त होता है जब वो शख्स  हनी ट्रैप में पूरी तरह से फंस चुका होता है.

शुरुआत करते है द लोकनीति पर 19 सितम्बर की खबर से की हनीट्रैप मामले में इंदौर पुलिस की बड़ी कार्यवाही होती है ,पांच महिला व एक पुरुष सहित कुल 06 आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाते है
उक्त मामले में युवतियों पर आरोप यह था कि इन  युवतियों में से एक युवती ने एक अधिकारी के साथ बनाए हुए आपत्ति जनक वीडियों क्लिप/ फोटो बनाकर पैसे की मांग की थी और पैसा ना मिलने की दशा में उसे वायरल करने की दी धमकी भी दी थी,इसी क्रम में अधिकारी ने इंदौर के पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी,जिसके बाद कार्यवाही करते हुए इंदौर पुलिस ने उक्त युवतियों को गिरफ्तार कर उनके कब्ज़े से लेपटॉप मोबाइल व नगदी सहित कुल 14 लाख 17 हज़ार रूपये सहित क्रेटा कार बरामद किए थे।
जाहिर है इस मामलें में जब राजनेताओं के नाम आने की सुगबुगाहट होना शुरू हुई तब भाजपा व कांग्रेस के नेताओं के भी बयान आने शुरू हो गए। जो कि लाजमी भी था।
फिर लोकनीति के माध्यम से 20 सितम्बर को चली खबर में आप पढ़ सकते है की इस केस में IAS -IPS अफसरों और BJP -Congress नेताओं के  इन युवतियों से सम्बन्ध की खबर सामने आई, इन युवतियों के फ़ोन में दर्जनों कॉल गर्ल्स के अलावा आईएएस-आईपीएस अफसरों और बीजेपी-कांग्रेस के कई नेताओं के नंबर और कॉल डिटेल्स मिलने की भी जानकारी सामने आती है।
September 20, को उसके बाद खबर आती है स्थानीय NGO की पहचान बताकर यह युवतियां ,नेताओं और अफ़सर से अपने सम्बन्ध बढ़ाती थी और इसी तरह उन्हें अपने चंगुल में फ़साने का क्षण यंत्र भी करती थी।
सूत्रों ने यह भी बताया कि पिछले कुछ वर्षों में इस गिरोह के क्षणयंत्र में आधा दर्जन वरिष्ठ राजनेताओं, कम से कम 10 आईएएस और आईपीएस अधिकारी, सिविल इंजीनियर और बिल्डर आदि भी फंस गए।
September 21, 2019 को सरकार के  मंत्री जनसम्पर्क पी.सी. शर्मा का बयान आता है की बीजेपी नेताओं ने अपनी पार्टी की महिलाओं को इस पूरे घटनाक्रम में लगाया था-


September 21, को ही  इंदौर DIG  रुचिवर्धन मिश्रा ने बताया कि एक सरकारी अधिकारी ने शिकायत की थी कि कुछ वीडियो के संबंध में कुछ लोग उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं. और तीन करोड़ मांग रहे हैं. मामले में कुछ साक्ष्य मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की गई और गिरफ्तारी हुई.

सूत्रों के मुताबिक मुख्य आरोपीयों में से एक युवती जुलाई में मध्यप्रदेश सरकार के acs के हाल में आए सेक्स सीडी कांड में भी शामिल थे, जिसके सामने आने के बाद उस अधिकारी को छुट्टी पर भेज दिया गया था.

फिर खबर आती है की हनीट्रैप मामले में धीमी जांच करने पर थाना प्रभारी अजीत सिंह बैस को लाइन अटैच कर दिया जाता है।
उसके बाद जब इस गिरोह में शामिल श्वेता जेन का नाम भूपेंद्र सिंह से पूर्व में जुड़े रहने का मामला सामने आया तो भूपेंद्र सिंह ने साफतौर पर कहाँ की वह किसी श्वेता जैन को नहीं जानते …साथ ही उन्होंने इस मामले की सीबीआई (CBI) जांच की भी मांग उठाई

उसी दिन हनी ट्रैप मामले में बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा था की , जब आरोपी श्वेता विजय जैन महामंत्री थी तब का. पता लगाओ, दिग्विजय सिंह ने इंदौर में मीडिया से बात करते हुए इस बात का पता करने को कहा था कि महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार के एक मंत्री निलंगेकर का श्वेता जैन से क्या संबंध था ? साथ ही साथ उन्होंने इस बात का भी पता लगाने को कहा था कि भाजपा के एक कलाकार नेता सागर में श्वेता जैन के पति विजय की दुकान का शुभारंभ करने गए थे। बता दे कि निलंगेकर भाजयुमो महाराष्ट्र के अध्यक्ष रहे हैं।Digvijay Singh के हनी ट्रैप मामले पर पलटवार करते हुए Shivraj Singh Chouhan ने Digvijay Singh को राजनीती का जोकर तक बता दिया था।


उसके बाद 23 September को हनी ट्रैप कांड में गिरफ्तार की गईं महिला आरती दयाल एवं छात्रा मोनिका यादव का कोर्ट में यह कहना की  -पुलिस उन्हें परेशान करती हैं, दरअसल यह पूरी एक्टिंग उन्होंने रिमांड से बचने के लिए थी,अस्पताल द्वारा जांच में यह साफ़ हो चूका था।  
उसके बाद इस मामलें में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में सोमवार को एक जनहित याचिका दायर की जाती है जिसमें की हनी ट्रैप मामले को जांच के लिये सीबीआई को सौंपे जाने की गुहार लगाई गई है। याचिका में आशंका जतायी गयी थी कि सूबे के राजनेताओं के दखल से इस हाई-प्रोफाइल प्रकरण की जारी पुलिस जांच पर असर पड़ सकता है। इसी मामलें में कल बोलते हुए प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसे प्रदेश सरकार की लिखी गई स्क्रिप्ट बताया था और इस मामले की जांच सीबीआई से करने की मांग की थी।

 
इस हाईप्रोफाइल मामलें में पक्ष विपक्ष के नेताओं के बयानों का आना बदस्तूर जारी है।दोनों ही पार्टियों के बीच पिछले 4-5 दिन से इस पूरे मामले को लेकर जारी तमाम आरोप प्रत्यारोपों के बीच आज हनी ट्रैप पर मंत्री उमंग सिंघार का बड़ा बयान सामने आता है जिसमें वह कह रहे है की इस पुरे मामलें में भाजपा नेता और नेत्रियां शामिल है।

बहरहाल मध्यप्रदेश के हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में बयानबाज़ी का दौर लगातार जारी हैं। आने वाले दिनों में यह मामला क्या गुल खिलाता है यह तो वक्त ही बताएगा ।

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