गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मांग ली माफी, लेकिन कहां चूक हुई, यह भी पता लगाना जरूरी : उमा भारती 

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज के गृह जिले सीहोर में कथा वाचक प्रदीप मिश्रा के साथ घटा घटनाक्रम सरकार के लिए सर दर्द हो गया है। दरअसल, हालही में यहां रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया गया था और इसमें लाखों श्रद्धालुओं के आने की वजह से भोपाल इंदौर हाईवे पर 25 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। इसके चलते प्रशासनिक व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हो गई थी और अंततः कथा वाचक प्रदीप मिश्रा को अपना कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा था। 

सीहोर में हुई इस घटना के बाद से ही प्रदेश में ये मामला गरमाता जा रहा है। जहां एक तरफ विपक्ष ने इसे मुद्दा बना लिया है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा के दिग्गज नेताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज को पत्र लिखकर सीहोर प्रशासन के खिलाफ कार्यवाई करने की मांग की है। वहीं, अब इस मामलें में प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की एंट्री हो गई है। 

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने माफी मांग ली है। लेकिन पूरे मामले की तह तक जाना जरूरी है। प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई जरूर होना चाहिए। मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से इस मामले में चर्चा करूंगी।

उमा भारती ने कहा कि क्या प्रशासन को अंदाजा नहीं था कि इतने श्रद्धालु आएंगे। यह बात जाननी जरूरी है कि यदि प्रशासन को यह संख्या बढ़ने का अनुमान क्यों नहीं था। यदि संख्या बढ़ गई है, तो प्रशासन द्वारा क्या कार्रवाई की गई थी? पूरे घटना में कहां चूक हुई है, यह भी पता लगाना जरूरी है। सीहोर में हुए रुद्राक्ष अभिषेक जिन लोगों को तकलीफ हुई है उसका निराकरण का रास्ता निकालना चाहिए।

वहीं, बुधवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा कहा था कि, प्रशासन ने बात की है। कोई दिक्कत की बात नहीं है। 5 लोगों की टीम बनाई गई है, जो सीहोर पहुंच रही है। इससे पहले नरोत्तम मिश्रा ने कथा वाचक प्रदीप मिश्रा से फ़ोन पर भी चर्चा की थी। 

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