इतिहास बहादुर को स्वीकार करता है डरपोक को नहीं, चर्चा का विषय बना विवेक तंखा का ये ट्वीट

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – कांग्रेस पार्टी में इस समय बवाल मचा हुआ हैं। दरअसल, कांग्रेस नेतृत्व को बदलने की मांग की जा रहीं थी। जिसके लिए कांग्रेस के 23 नेताओं ने अगस्त के पहले हफ्ते में सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था। 

इस पत्र में कांग्रेस नेताओं ने सोनिया से पूर्णकालिक और जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग की थी। 

बता दे कि जिन 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को ये पत्र लिखा था उसमें राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा का नाम भी शामिल हैं। 

इसी बीच अब विवेक तन्खा ने पार्टी के दूसरे धड़े पर सवाल उठाए हैं। आज उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया है जो इस समय चर्चा का विषय बना हुआ हैं। 

 

 

विवेक तन्खा ने अपने ट्वीट में लिखा, 'दोस्तों हम बागी नहीं, बदलाव के वाहक हैं। चिट्ठी नेतृत्व को चुनौती देने के लिए नहीं लिखी गई, बल्कि पार्टी को मजबूत करने की एक बानगी हैं। सार्वभौमिक सत्य है कि सर्वश्रेष्ठ बचाव जरूरी है, चाहे वह कोर्ट हो या सार्वजनिक मामले। इतिहास बहादुर को स्वीकार करता है या डरपोक को नहीं। 

गौरतलब है कि अभी अध्यक्ष पद को लेकर कोई उम्मीदवार नहीं मिला है, जिसके बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने ये तय किया है कि सोनिया गांधी ही अध्यक्ष पद पर बनी रहेंगी। 

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