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निमोनिया की दवा, नमक के पानी और लहसुन से नहीं मरता कोरोनावायरस, डब्ल्यूएचओ ने भ्रमित करने वाले सवालों का जवाब दिया

 
हेल्थ डेस्क: बता दें कि अभी हाल ही में कोरोना वायरस से लेकर जो भ्रम फैला हुआ है उसको दूर करते हुए डब्लूएचओ ने सारे सवालों का जवाब देते हुए कहा है कि भ्रम में न फसें। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे लहसुन और निमोनिया की दवा से कोरोनावायरस के संक्रमण का इलाज करने का दावा कितना सच है कितना झूंठ, तिल के तेल से इंफेक्शन रोका जा सकता है या नहीं, ऐसे तमाम दावों का जवाब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिया है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों को भ्रमित कर रहे सवाल को चुनकर उनके जवाब पब्लिक डोमेन में जारी कर दिए हैं। कोरोनावायरस से चीन में अब तक 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं, भारत में भी कई जगहों पर इसके मामले सामने आ चुके हैं। पढ़ें स्वास्थ्य संस्था डब्ल्यूएचओ ने क्या बताया-

क्या लहसुन खाने से संक्रमण को रोंका जा सकता है-

लहसुन फायदा पहुंचाता है और इसमें सूक्ष्मजीवों से होने वाले नुकसान से बचाने की खूबी होती है, लेकिन इसे खाने से कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होगा यह बात वैज्ञानिक तौर पर सिद्ध नहीं हो सकी है।

क्या तिल का तेल लगाने से कोरोना वायरस से सुरक्षा कवच बनायीं जा सकती है-

नहीं, यह तेल कोरोनावायरस पर कोई प्रभाव नहीं छोड़ सकता और न ही मार सकता है। हां कुछ ऐसे रसायन हैं जो इसे मार सकते हैं। इनमें ब्लीचिंग पावडर, क्लोरिन युक्त डिस्इन्फेक्टेंट शामिल हैं, जिसका इस्तेमाल सफाई में किया जा सकता है। अगर वायरस शरीर में प्रवेश कर चुका है तो उसे दूर करना नामुमकिन है।

क्या नमक के पानी से नाक धोने से संक्रमण से बचा जा सकता है-

नहीं। नमक के पानी से नाक धोने पर वायरस का संक्रमण रोका जा सकता है या नहीं इसका अब तक कोई प्रमाण नहीं मिला। कुछ मामलों में ऐसा करने से सर्दी-खांसी के मामलों में कमी जरूर आई है। परन्तु इससे कोरोना वायरस पर कोई इफ़ेक्ट नहीं पड़ता।

निमोनिया की वैक्सीन से कोरोना वायरस को क्या रोका जा सकता है-

 नहीं बिलकुल भी नहीं। न्यूमोकोकल और हीमोफिलस इनफ्लूएंजा टाइप जैसी निमोनिया की वैक्सीन कोरोनावायरस से सुरक्षा नहीं करती हैं। शोधकर्ता कोरोनावायरस के लिए वैक्सीन विकसित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अब तक कोई प्रभावी वैक्सीन नहीं तैयार कर पाए हैं।

कोरोना वायरस क्या बुजुर्गों को प्रभावित करता है या कि युवाओं को भी-

कोरोना वायरस किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है परन्तु कुछ बीमारी से ग्रसित लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरुरत है जैसे कि अस्थमा, डाइबिटीस और हार्ट से सम्बंधित बीमारी। इनको कोरोना वायरस जल्दी ही अपना शिकार बनाता है।

क्या एंटीबायोटिक से वायरस को रोका जा सकता है-
 
नहीं बिलकुल नहीं, एंटीबायोटिक से बैक्टीरिअल इन्फेशन को रोका जा सकता है वायरल इन्फेक्शन को नहीं। इसलिए एंटीबायोटिक से कोरोना वायरस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

कोई विशेष दवा है जिससे इस वायरस से बचा जा सके-

नहीं, अभी तक ऐसी कोई विशेष दवा नहीं बनायीं जा सकी है जिसकी वजह से इस वायरस के इन्फेक्शन से बचा जा सके।  

 

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