ग्वालियर: दोस्तों के साथ चोरी करने के इरादे से मौसी- मौसा के घर में घुसा, इसके बाद कर दी परिवार की हत्या

ग्वालियर/अंजली कुशवाह : ग्वालियर में सोमवार को मुरार के अल्पना टॉकीज के पास रहने वाले जगदीश पाल (60), उसकी पत्नी सरोज और बेटी 11 वर्षीय कीर्ति पाल की हत्या कर दी गई थी. इस परिवार की मर्डर मिस्ट्री को ग्वालियर पुलिस ने 48 घंटे में सुलझा लिया है. परिवार की हत्या करने वाला कोई और नहीं मृतक के साढू का बेटा ही निकला है. जिसने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर इस पूरी वारदात को अंजाम दिया है. तीनों चोरी करने के इरादे से घर में घुसे थे.इसके बाद जिसकी भी नींद खुलती गई, उसे मौत के घाट उतारते गए. भतीजा ने दोनों दोस्तों के साथ मौसा, मौसी और मौसेरी बहन की हत्या कर दी. इस घटना का मास्टर माइंड भतीजा तो फ़िलहाल फ़रार है, लेकिन पुलिस ने एक आरोपी तरुण उर्फ घोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है.जो पेशेवर चोर है.

आरोपी तरुण उर्फ घोड़ा ने बताई पूरी घटना

मिली जानकारी के अनुसार आरोपी तरुण ने पुलिस को पूरी घटना बयां की है. पूरी प्लानिंग मृतक के भतीजे सचिन पाल ने बनाई थी. इसमें मोनू भी शामिल था. घोड़ा ने बताया कि शनिवार-रविवार दरमियानी रात चोरी के इरादे से ही घर में पीछे के रास्ते से दाखिल हुए थे. जब चोरी कर रहे थे तो सबसे पहले मौसी सरोज की नींद खुली. उस पर चाकू से हमला कर दिया. इसके बाद मौसा और बहन की नींद खुल गई.उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई.

 

कैसे सुलझी हत्या की गुत्थी

इस हत्या कांड का मास्टर माइंड जगदीश के साढू का बेटा सचिन पाल निकला है. हत्या के बाद पुलिस काफी हाथ पैर मार रही थी. तभी घटना स्थल के पास रहने वाले एक पड़ोसी ने पुलिस को आसान का क्लू दिया. उसने बताया कि मृतक के घर के सामने ही उसका साढू रहता है. साढू तो दिख रहा है, लेकिन उसका बेटा सचिन इतने बढ़े हत्याकांड के बाद भी नजर नहीं आ रहा.

इसके बाद पुलिस ने चौकन्ना होकर सचिन की छानबीन शुरू कर दी. जिसमे पता लगा कि कुछ दिन से सचिन के पास गोहद निवासी मोनू और जनकगंज निवासी तरुण उर्फ घोड़ा का उठना बैठना था. पुलिस ने जब इनकी हिस्ट्री खंगाली तो पता लगा कि घोड़ा पेशेवर चोर है. मोनू और घोड़ा की तलाश की तो यह भी घरों से गायब मिले. इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की. बुधवार सुबह गिरवाई से तरुण उर्फ घोड़ा पुलिस के हाथ लग गया. उसके हाथ में आते ही ब्लाइंट ट्रिपल मर्डर को खुलने में जरा भी देर नहीं लगी.

हत्या का नहीं था इरादा

तरुण उर्फ घोड़ा के पास से पुलिस ने ढाई किलो चांदी, करीब 2 तोला सोना, कुछ नकदी बरामद कर ली है. घोड़ा बोला है कि उनका इरादा हत्या का बिल्कुल भी नहीं था. सचिन ने बताया था कि उसके मौसा के यहां मोटा माल मिलेगा पर हमें नहीं पता था कि वह जाग जाएंगे और हमें हत्या करनी पड़ेगी. हम तो चोरी के इरादे से अंदर गए थे. वहां से कुछ 3 लाख का माल मिला है और हमारे हाथ से तीन हत्या हो गई हैं.

फरार आरोपियों की तलाश में रवाना हुई पुलिस टीम

पुलिस पूछताछ में पकड़े गए आरोपी घोड़ा ने सचिन व मोनू के गोहद और भितरवार में होने की जानकारी दी है. इसका पता चलते ही पुलिस की दो टीमें फरार आरोपियों की तलाश में रवाना हो गई है और पुलिस अफसरों का मानना है कि आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा.

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