खुद ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के इलाक़े में बिजली व्यवस्थाएं चौपट, सरकारी कार्यक्रम में दो बार बत्ती हुई गुल, खुली पोल 

ग्वालियर : मध्यप्रदेश में बिजली व्यवस्था बदहाल हो चुकी हैं। बिजली कब आएगी कब जाएगी इसका कोई भरोसा नहीं है। बिजली की मनमानी कटौती से उपभोक्ता हैरान हैं। हालांकि, सरकार का कहना है की प्रदेश में बिजली की किल्लत या संकट के हालात नहीं है। लेकिन हक़ीक़त इससे बिलकुल परे हैं। दरअसल, बिजली की बदहाल व्यवस्था तब सामने आई जब खुद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के इलाके (ग्वालियर) में बिजली एक सरकारी आयोजन के दौरान दो बार बत्ती गुल हो गई। 

हालांकि, फिर भी ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने प्रदेश में बिजली के हालात सामान्य बताया। तोमर का कहना है कि बिजली गुल होना सामान्य बात है और प्रदेश में बिजली की किल्लत या संकट के हालात नहीं है। 

ये है पूरा मामला 

शुक्रवार को ग्वालियर के बालभवन में आयोजित सरकारी कार्यक्रम में बिजली गुल हो गई। बालभवन में स्वसहायता समूह राशि विरतण कार्यक्रम चल रहा था, इस दौरान दो बार अचानक बत्ती गुल हो गई। कार्यक्रम में उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाहा मंच पर अतिथि के तौर पर मौजूद थे। कार्यक्रम में मौजूद मंत्री भारत सिंह ने कहा कि प्रदेश में बिजली की कमी है, ये सच्चाई स्वीकार करने में हिचकिचाहट नहीं होना चाहिए। इस बार कम बारिश से डेम खाली है, जिससे बिजली की कमी है, सरकार जल्द ही इसकी पूर्ति करेगी। 

बता दे कि प्रदेश के उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के इलाके में ही बिजली गुल होने की सबसे ज्यादा शिकायतें सामने आ रही है। इलाके में बिजली व्यवस्था कितनी बदहाल हो गई है, इसकी तस्वीर भी शुक्रवार को देखने को मिली। बावजूद इसके मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि प्रदेश में बिजली व्यवस्था के हालात सामन्य है। 

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