भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में शराब (Liquor) को लेकर बवाल मचा हुआ हैं। बीते 40 दिनों से देश समेत प्रदेशभर में लॉक डाउन (Lock down) लागू है, यहीं कारण है कि शराब दुकानें बंद हैं। शराब दुकानें बंद होने से सरकार को करोड़ो का नुकसान हो रहा हैं। दरअसल, पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diseal) के बाद शराब सरकार (Government) के लिए दूसरा बड़ा आय का जरिया हैं। लेकिन लॉक डाउन (Lockdown) के चलते शराब दुकानें सरकार के लिए नुकसान का सौदा बन गई हैं।
जानिए सरकार को कितना हुआ नुकसान
- मार्च माह में सरकार का लक्ष्य 1995 करोड़, लेकिन प्राप्ति सिर्फ 1342 करोड़। नुकसान 653 करोड़ का।
- अप्रैल के माह में 1150 करोड़ का लक्ष्य था, 121 करोड़ हासिल हुए, मतलब 1029 करोड़ का नुकसान हुआ।
- शराब की बिक्री पर लगने वाले कुल वेट के नुकसान का आकलन करें तो सरकार का लक्ष्य 118.69 करोड़ का था जो कि जीरो रहा। इस तरीके से सरकार को 118.69 करोड़ का नुकसान हुआ।
इसी बढ़ते नुकसान को देखते हुए सरकार चाहती है कि अब शराब की दुकानों को खोला जाए। यदि आगे शराब की दुकानें नहीं खुली तो इस घाटे में और इज़ाफ़ा हो सकता हैं। ऐसे में सरकर की कोशिश है कि अब जल्द से शराब की दुकानें खोली जाए, ताकि इस घाटे से बचा जा सके। यदि ऐसा नही हुआ तो इस घाटे से उभर पाना फिलहाल सरकार के लिए आसान नहीं होगा।