RNS संस्थान कर रही देश को कोरोना से बचाने का काम
गोरखपुर / गरिमा श्रीवास्तव :- कोरोना का कहर इस वक्त चरम पर है जिसको देखते हुए RNS संस्थान ने इसे देश से निकालने के लिए कमर कस ली है, संस्थान की टीम ने मिलकर कल डेढ़ हजार मास्क खरीदें। संस्थान के करता धर्ता रजनीश ने बात चीत के दौरान बताया कि हम मास्क उन लोगों को वितरण कर रहे हैं जिन्हे कोरोनावायरस के खतरे के बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं है और कुछ ऐसे लोगों को जो लगातार अपने काम में इस प्रकार से बिजी होते हैं जिन्हें अपने जान की परवाह नहीं होती है पर हमारा कर्तव्य है कि जो हमारी सुरक्षा कर रहे हैं उन्हें भी सुरक्षा प्रदान की जाए।
रजनीश ने बताया कि इस कार्य में हमारे साथ साथ हमारे कुछ ऐसे अजीज दोस्त शामिल हैं जो हर वक्त हर स्थिति में हमारे साथ खड़े होते हैं और मैं उन लोगों का सदैव आभारी रहूंगा।
RNS की टीम लगातार देश हित में कार्य कर रही है।
रजनीश और उनकी टीम ने सड़कों पर सब्जी बेचने वालों, पुलिसकर्मियों, बच्चों बुजुर्गों को मास्क वितरण किया है।
इस बड़े कार्य की शुरुआत RNS की टीम ने कल से आरंभ की है।
गोरखपुर शहर के लिए यह बड़े गर्व की बात है कि शहर में ऐसे युवा मौजूद हैं जो देश हित में अपने कर्तव्य निष्ठा के साथ लगातार जुड़े हुए हैं।
रजनीश कुमार और उनके साथियो आनन्द गुप्ता ,अभिषेक सिंह, अंकित त्रिपाठी, प्रज्ञा शुक्ला , मनिशा जैन, अनु यादव ने कल करीब 500 मास्क वितरण किए है और वह लगातार उस क्षेत्रों में पहुंचकर मास्क वितरण करने की कोशिश कर रहे हैं जहां पर कोरोना फैलने का खतरा ज्यादा है और लोग जागरूक नहीं है साथ ही साथ वह लगातार लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं।
रजनीश ने 27 बार ब्लड डोनेट किया है और इसके साथ ही साथ पूरे शरीर को मेडिकल साइंस में दान किया है।
रजनीश और उनकी टीम हर महीने अनाथ बच्चों के लिए कुछ न कुछ बड़े कार्य करती हैं जो बेहद सराहनीय है साथ ही साथ इनकी टीम और भी लोगों को उन अनाथ बच्चों के बारे में बताती है ताकि दूसरे भी उनके बारे में जाने और उनकी मदद कर सकें।
RNS कोचिंग संस्थान मानिक नगर कूड़ाघाट में गरीब बच्चों को फ्री शिक्षा दी जाती है और लगातार उन पढ़ने वाले बच्चों को जागरूक किया जाता है जो देश हित में निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं और उन्हें यह शिक्षा भी दी जाती है कि वह खुद जागरूक हो और दूसरों को भी जागरूक करें।
देश को ऐसे ही युवाओं की जरूरत है जो राष्ट्रहित में पूरे तन मन से जुड़े हुए हैं। तभी आने वाले समय में हमारा देश भारत विकासशील देशों की जगह विकसित देश में शामिल होगा।