जबलपुर मेडिकल कॉलेज में संविदा नर्स के साथ हुई धोखाधड़ी, नौकरी का झांसा दिया, फर्जी आदेश पत्र जारी कर ठगा

जबलपुर/प्रियंक केशरवानी:- मध्यप्रदेश के जबलपुर में मेडिकल कॉलेज तो वैसे भी मशहूर है जहां के छात्रों को उनके पुराने परीक्षा परिणाम 3 साल से नही मिल पाते है आज इसी मेडिकल कॉलेज के नाम से एक धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।

दरअसल, मेडिकल कॉलेज में नर्स की नौकरी लगवाने के नाम पर एक शख्स ने एक महिला को ठग लिया, मामले में पीड़िता की तरफ से तिलवारा थाने में धोखाधड़ी और दस्तावेजों के फल फर्जीवाड़ा के नाम से किस दर्ज करवाया है।

पुलिस के मुताबिक न्यू शास्त्री नगर निवासी बिहारी लाल रजक ने शिकायत कर बताया कि जुलाई में उसके यहां किराए से रामेश्वर विश्वकर्मा रहने आया था उसने मेडिकल कॉलेज की आईडी भी दिखाई थी किराएदार होने की वजह से उससे बातचीत होने लगी रामेश्वर ने बताया कि वह संविदा पर नर्स के पद पर उसकी बेटी की सरकारी नौकरी लगवा सकता है इसके लिए उसने ₹50 हजार खर्च बताया 5 सितंबर से 31 सितंबर के बीच उसे 50 हजार दिए।

रामेश्वर ने पड़ोस में रहने वाले शिवचरण पटेल और बंटा की बेटी को भी नौकरी लगवाने के लिए डेढ़ लाख रुपए लिए आरोपी ने फर्जी आदेश पत्र भी दिखाएं इसी तरह उसने किशन रजक से उसकी बेटी पूजा रजक की नौकरी लगवाने खातिर 10000 लिए सभी को वह नौकरी जॉइनिंग करने के लिए अलग-अलग समय देता रहा और इसी तरह से उसने फर्जी आदेश पत्र के नाम पर नौकरी का झांसा देकर लोगों से लाखों की ठगी कर फरार हो गया।

 जिनके साथ ठगी की गई उनको संदेह होने पर मेडिकल कॉलेज में पता किया रामेश्वर विश्वकर्मा द्वारा दिखाई गई आईडी और नियुक्ति आदेश को दिखाया तो पता चला कि यह फर्जी है आरोपी वहां का कर्मी भी नहीं था आरोपी इसी तरह से फर्जी आईडी से खाकर पूर्व में भी कई लोगों से ठगी कर चुका है आरोपी ने सभी से कुल 10 हजार की ठगी की है।

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