PMC Bank में 4300 करोड़ का घोटाला, पूर्व प्रबंधन और प्रवर्तकों के खिलाफ FIR
11 सालों में PMC Bank में 4300 करोड़ का लगा चूना
PMC Bank के पूर्व प्रबंधन और एचडीआईएल के प्रवर्तकों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज
मुंबई पुलिस द्वारा सोमवार के दिन पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (PMC Bank) के पूर्व प्रबंधन और एचडीआईएल के प्रवर्तकों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है | इस मामले को लेकर जांच-पड़ताल एसआईटी (SIT) द्वारा की गई है | दरअसल, रिजर्व बैंक द्वारा नियुक्त प्रशासक की शिकायत के आधार पर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा अधिकारियों के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया है | इसके तहत, पुलिस ने जानकारी दी है कि शुरुआती जांच से खुलासा हुआ है कि साल 2008 से बैंक का घाटा 4,355.46 करोड़ रुपये तक हो चुका है |
वहीं, बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह, प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा एचडीआईएल के निदेशक वाधवन का नाम एफआईआर में दर्ज है | इन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 409 (सरकारी कर्मचारी या बैंकर द्वारा विश्वास का आपराधिक हनन), 420 (धोखाधड़ी, 465, 466 और 471 (जालसाजी से संबंधित) के अलावा 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है | गौरतलव है कि हाल ही में PMC बैंक के ग्राहकों को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से राहत प्राप्त हुई थी | अब इस बैंक के ग्राहक 6 माह में 10 हजार रुपये तक निकाल सकेंगे | पहले यह राशि 1 हजार रुपये थी, जिसे विरोध प्रदर्शन के बाद बढ़ाया गया है |