भोपाल से गौतम कुमार की रिपोर्ट
कोरोना जाए न जाए मध्यप्रदेश के पुराने मंत्रियों को उनके बंगले से विदा किया जा रहा है। और तो और बेचारे मंत्रीजी कुछ कर भी नहीं पा रहे हैं। कमलनाथ सरकार में वित्तमंत्री रहे तरुण भनोत के साथ यह वाकया हुआ है और जिन पूर्वग मंत्रियों ने अभी तक सरकारी बंगले खाली नहीं किये हैं उनके साथ भी यह जल्द हो सकता है।
मध्यप्रदेश में शुरू हुआ सियासी भूचाल अभी तक थमा नहीं है। यहाँ आए दिन एक नई उठापटक शुरू हो जाती है। ताज़ा मामला पूर्व मंत्रियों के बंगले खाली करवाने से जुदा हुआ है। कमलनाथ सरकार के दौरान जितने भी मंत्री से उन सभी को पहले ही निर्देश दिए जा चुकें हैं कि वे सरकार की ओर से दिया गया बंगला जल्द से जल्द खाली करें। लेकिन अपने आलस और कोरोना के भय के कारण मंत्रीजी बंगला खाली नहीं करना चाह रहे हैं। पूर्व वित्तमंत्री को पहले ही निर्देश दिया जा चूका था कि वे जल्द से जल्द अपना बंगला खाली करें लेकिन उन्होंने नहीं किता तब जाकर पूर्व मंत्री तरुण भनोट का बंगला खाली कराने के लिए संपदा के कर्मचारी पहुंचे। इस दौरान मौके पर तहसीलदार और पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी भी मौजूद रहे। संपदा विभाग की टीम ने आज भोपाल में उनका बंगला खाली करा लिया।
मंत्रीजी बोले सामन रखने तक की जगह नहीं
सूत्रों के अनुसार यह बंगला भारतीय जनता पार्टी के नयेम प्रदेशाअध्यक्ष वीडी शर्मा को यथ ब्न्गत्ला आल्लोट किया गया है।इस बंगले को खाली करवाने के लिए तरुण भनोत को दो बार अग्रीम नोटिस भी जा चूका है। लेकिन इसके बावजूद बंगले को अभी तक खाली नहीं करवाया गया है। इधर भगला खाली करवाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को तरुण भनोट ने चिट्ठी लिखी है। उन्होंने कहा कि, “'मैं कोरोना के चलते जबलपुर में हूं। इसलिए खाली नहीं कर पाया हूं। साथ ही विधानसभा का सदस्य हूं और मुझे भोपाल में कोई भी बंगला अलाट नहीं हुआ है। ऐसे में मैं अपना सामान कहां रखूगा।”
इन नेताओं को भी मिला है नोटिस
बता दें गृह विभाग ने बेदखली का नोटिस पूर्व मंत्री तरुण भनोट, सज्जन सिंह वर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा, बृजेंद्र सिंह राठौर, ओमकार सिंह मरकाम, प्रियव्रत सिंह, सुखदेव पांसे, उमंग सिंगार, पीसी शर्मा, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, सचिन यादव और सुरेंद्र बघेल को जारी किया है।