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पूर्व CM कमलनाथ का अनूपपुर में हुआ आगमन, युवा मोर्चा के द्वारा विरोध प्रदर्शन की आड़ में क़ाफ़िले में किया पथराव

मध्यप्रदेश/अनूपपुर – मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने जा रहे हैं, जिसमें एक सीट अनूपपुर विधानसभा की भी है। जिसमें कांग्रेस ने विश्वनाथ को अपना प्रत्याशी बनाया है। अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने व जनता का विश्वास जीतने के लिए कमलनाथ का दौरा प्रारम्भ हो गया है। इसी दौरे के मद्देनजर कमलनाथ का आगमन अनूपपुर में हुआ जहां हजारों की तादाद में भीड़ उमड़ पड़ी चुनावी सरगर्मियां बारिस के बीच देख विपक्षी दल व संघठन असहज महसूस करने लगें।

 

 

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का आगमन अनूपपुर में होना और हजारों की संख्या में जनता जनार्दन का उत्साह भाजपा के लिए अच्छे संकेत नही है। शिवराज को अपनी सरकार बनाने के लिए 12 सीट तो वहीं कमलनाथ को 22 की आवश्यकता है, कमलनाथ के लिए यह डगर मुश्किल से कम नही है, अपितु जिस क़दर कमलनाथ पुनः सरकार बनाने के लिए दौरे पे दौरे कर रहे हैं तो ज्यादा मुश्किल भी नही कहा जा सकता कि कमलनाथ आसानी से शिवराज को सरकार बनाने देंगे। मुख्यमंत्री की कुर्सी में बैठने के लिए खींचतान दोनों छोर से जारी है। आरोप प्रत्यारोप से चुनावी मंच पर भाषण छोड़े जाने लगे हैं, एक दूसरे के कार्यकाल पर कमियां गिनाने में कोई पीछे नही है।

 

 

अनूपपुर आगमन में कमलनाथ ने कहा कि आपके विधानसभा क्षेत्र के लिए मैने विश्वनाथ को चुना है, और मैं चाहता हूं कि आप सभी इनको चुनकर कमलनाथ सरकार बनाने में अपना योगदान देंगे। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा की सरकार में जगह जगह महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं, मंहगाई बढ रही है, युवाओं को रोजगार प्राप्त नही हो पा रहा है, लगातार समस्या बढ रही है। संविधान के साथ भाजपा ने खिलवाड किया है, आज भाजपा के खिलवाड से उपचुनाव जैसे हालात हुए है शिवराज जेब में नारियल लेकर चलते है कहीं भी घोषणा करके नारियल फोड देते हैं। भाजपा का झूंठ फरेब जनता जान चुकी है इसका करारा जवाब इस उपचुनाव में भाजपा को मिलेगा।

 

 

सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने विश्वनाथ को जिताने की अपील करते हुए समा बांधने का काम किया। और अनूपपुर विधानसभा के प्रत्याशी विश्वनाथ ने भी दोनो हाथ जोडकर जनता जनार्दन से आशीर्वाद मांगा। कमलनाथ का अनूपपुर आगमन में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जहां कमलनाथ को काले झंडे दिखाए गए और उनके क़ाफ़िले पर युवा मोर्चा के कार्यकर्ता ने पत्थर भी फेंका। विरोध का अपना एक तरीक़ा होता है, बशर्ते पूर्व मुख्यमंत्री के क़ाफ़िले में पत्थरबाजी करना असंवैधानिक ही कहा जाएगा और ऐसी निचले की राजनीतिक हरक़त की जितनी निंदा की जाए कम है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के क़ाफ़िले में पत्थरबाजी होने के मामले को लेकर अनूपपुर नगर के बुद्धिजीवी वर्गों ने असंवैधानिक का है। और युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की इस हरकत पर निंदा भी की। अपितु कमलनाथ के क़ाफ़िले में हुई पत्थरबाजी के मामले में भाजपा के किसी बड़े पदाधिकारी का स्टेटमेंट नही आया, और इस मामले पर बात की गई तो वह उक्त मामले पर अपना पल्ला झाड़ लिया। मतलब साफ़ है कि सुनियोजित ढंग से कमलनाथ के क़ाफ़िले पर पत्थरबाजी करवाया गया था।

 

राजकमल पांडे

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