कोरोना जांच के नाम पर नही मिल रहा भोजन
जिला बड़वानी। हेमन्त नागझिरिया की रिपोर्ट
जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर अंजड महाविद्यालय होस्टल कोरोना काल से बन्द अब शासन के आदेश से 22 फरवरी को शुरूहुआ है जिसकी गाइडलाइन नियमानुसार जिस पर 5 लड़को का अंजड़ अस्पताल में कोरना का चेक उप हुआ था ।जिसे अंजड में तीनों लडको को पॉजिटिव करार दिया गया। पर तीनों लडको ने जब बड़वानी जिला चिकित्सालय में चेक किया तब रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं विंडम्बना हैं । इन बच्चों के पास न खाने कोकुछ नही है। और होस्टल में भी कुछ उपलब्ध नही है। कि होस्टल अधिसक सुनींल कर्मा मोके पर नही मिले मोबाइल पर बात की तो उन्होंने आने की बात की पर नही आये । होस्टल से मिलने वाले राशन दुकान से बात करने पर पता चला कि राशन आवंटन कर ने के लिए अधीक्षक को सूचना दी गई थी पर अंतिम दिन आवंटन पर भी नही लेकर गये हैं। इस पर विदित होताहै की जहा कोरोना काल मे सभी सरकारी गेर सरकारी उपक्रमों ने एक दूसरे की मदद की लेकिन होस्टल अधिसक अपनी जिम्मेदारी तो दूर बच्चों को एक वक्त की रोटी देने पर लापरवाही कर रहे है। अब शासन के पास होस्टल को समुचित साधन नही है तो होस्टलों पर भारी भरकम व्यय क्यों किया जा रहा रहा हैं। प्रशासन इन पर कार्यवाही करने चाहिए।