क्या फ्लॉप हो गयी अर्जुन कपूर और संजय दत्त की एक्टिंग रणबीर सिंह के सामने
पानीपत में सब एक्टर्स की एक्टिंग कामचलाऊ है
3 घंटे नहीं झेल पाए दर्शक इस फिल्म को
100 करोड रुपए से अधिक के बजट पर बनी फिल्म पानीपत आज सिनेमा हॉल में दर्शकों के सामने पेश हुई।
इस फिल्म से आज बॉक्स ऑफिस पर 1 दिन में लगभग 6 करोड़ रुपए दर्ज होने की संभावना है।
सिनेमाघरों में 3 घंटे की फिल्म दर्शकों के लिए बाधा साबित हुई है।
जब हमने इस फिल्म के रिव्यू की ओर देखा तो दर्शकों का रुख इस फिल्म को लेकर पॉजिटिव भी है और नेगेटिव भी।
कुछ लोगों को यह फिल्म बहुत ही दिलचस्प और अच्छी लगी, वहीं पर ही कुछ लोगों का रिव्यू बहुत ही बेकार आया है।
एक व्यक्ति ने रिव्यू देते हुए कहा है कि “ट्रेलर देखकर ही अर्जुन कपूर की परफॉर्मेंस का अंदाजा लग जाता है बेहद औसत दर्जे के एक्टिंग की है, और कमोबेश एक्टिंग के मामले में यही हाल दूसरे एक्ट्रेस का भी है। साथ ही उनका कहना है कि पानीपत में सभी की एक्टिंग कामचलाऊ है मानो उन्हें पूरी पेमेंट नहीं मिली हो।
दर्शक यह दावा भी करते है कि यह फिल्म एक बड़ी फ्लॉप साबित होगी। संजय दत्त के लुक को पदमावत के रणवीर सिंह से तुलना की जा रही है, रणबीर सिंह पदमावत में अलाउद्दीन खिलजी बने थे वैसे ही बाजीराव मस्तानी के बाजीराव रणवीर सिंह की तुलना पद्मावत के पेशवा अर्जुन कपूर से की जा रही है। लोगों का कहना है कि पानीपत काफी धकी हुई फिल्म है।
एक दर्शक ने दावा किया है कि “पूरी कहानी झूठ पर आधारित है, पहली बात पानीपत की जंग मराठा और मुग़लों के बीच नही मराठा और अफ़ग़ानों के बीच हुई, दूसरी बात अहमद शह अब्दाली इस जंग के समय केवल 38 बरस के थे उन्हे इस फिल्म में उम्रे से ज्यादा बताया गया है, तीसरी ये जंग देश के लिये नही अपने अपने सूबे के लिये थी, अब्दाली कोई हिंसक व्यक्ति नहीं था, देशभक्ति के झूठे बुखार में सच को झूठ और झूठ को सच बताया जा रहा है जैसे हल्दी घाटी में जीतने वाला अकबर हराया गया।
फिल्म में कई सारे मराठी एक्टर्स है ऐसे में लोग कह रहे हैं कि अर्जुन से कोई उम्मीद नहीं की जा रही है। यूजर्स का कहना है पानीपत फिल्म में अर्जुन कपूर के एक्सप्रेशंस जीरो है। कई लोग इस फिल्म को देखकर आए तो कहने लगे कि फिल्म को काफी खींचा गया है। फर्स्ट हाल्फ में ही दर्शक थोड़ा उबाऊ होने लगते हैं। हालांकि फिल्म में हर एक्टर और एक्ट्रेस के कॉस्ट्यूम तथा लोकेशन काफी अट्रैक्टिव है।
लोगों का कहना है कि अर्जुन पानीपत में मराठा कम पराठा ज्यादा लग रहे थे। अगर पानीपत में थोड़ा कृति की एक्टिंग को देखा जाये तो लोगों का कहना है कि कृति पानीपत में बहुत ही सुन्दर लग रही है लेकिन वह जैसे ही अर्जुन के सामने आती हैं तो वो एक्टिंग भूल जाती हैं।