भारत में हर 6 घंटे में एक महिला बन जाती है रेप का शिकार
भारत में हर 6 घंटे में एक महिला बन जाती है रेप का शिकार
अपराध से जूझती,तड़पती,बिलखती,गिड़गिड़ाती बेटियां। जी ये वही बेटियां है जिसने पुरुषों को पैदा करने में इतना दर्द सहा है जितना आप अपने पूरी ज़िंदगी में नही सह सकते। बदले में समाज की इस रचयिता को क्या मिला। पुरुषों को पैदा करने की कीमत स्त्री को मिली अपने जान की भीख मांगना,गिड़गिड़ना की मेरी भी मर्ज़ी जान लो कि मैं अपने शरीर में तुम्हारें शरीर को मिलाना चाहती हूं या नहीं,लेकिन इस पुरुष प्रधान समाज को आदत हो गई है इन आवाज़ों को दरकिनार कर अपनी हवस मिटाने की,आखिर सत्ता और कानून के आंखों में भी तो पट्टी ही बंधी है और कानों में रुई डली हुई है तभी तो ये चीखें सुनाई नही देती,तभी तो ये अपराध सत्ता और कानून के रखवालो की आंखों तक नही पहुंच पाते है
चलिए अब आपको कुछ आंकड़ें बताते है
भारत के नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2010 के बाद से महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 7.5 फीसदी वृद्धि हुई है. साल 2012 के दौरान देश में 24,923 मामले दर्ज हुए, जो 2013 में बढ़कर 33,707 हो गई. रेप पीड़ितों में ज्यादातर की उम्र 18 से 30 साल के बीच थी. हर तीसरे पीड़ित की उम्र 18 साल से कम है. वहीं, 10 में एक पीड़ित की उम्र 14 साल से भी कम है. भारत में हर छह घंटे में एक लड़की का रेप हो जाता है. महिलाओं के साथ रेप के मामले में 4,882 की संख्या के साथ 2017 में मध्य प्रदेश सबसे आगे था. एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार 2017 में देश में 28,947 महिलाओं के साथ बलात्कार की घटना दर्ज की गईं. नाबालिग बच्चियों के साथ रेप के मामले में भी मध्य प्रदेश देश में सबसे ऊपर है.भारत में रेप के कुछ ऐसे मामले भी हुए, जिसने पूरी दुनिया को हिला दिया था. इनमें 2012 का निर्भया गैंगरेप, 2013 का 22 वर्षीय फोटो जर्नलिस्ट का गैंगरेप, 2015 का 71 वर्षीय नन का पश्चिम बंगाल के रानाघाट में गैंगरेप, 2016 का दलित लड़की की हत्या व रेप, 2018 का कठुआ रेप केस शामिल हैं.
अन्य देशों का हाल
यौन हिंसा किसी एक देश की महिलाओं की समस्या नहीं है. पूरी दुनिया की महिलाएं इस समस्या से जूझ रही हैं. अमेरिका, कनाडा, स्वीडन और ब्रिटेन जैसे सबसे विकसित देशों में रेप की सबसे ज्यादा घटनाएं हुई हैं. दुनिया भर में करीब 36 फीसदी महिलाएं शारीरिक या यौन हिंसा की शिकार बनी हैं. अमेरिका में 12 से 16 साल की 83 फीसदी लड़कियों का किसी ना किसी रूप में यौन उत्पीड़न किया गया है. इंग्लैंड में हर 5 में एक महिला किसी न किसी रूप में यौन हिंसा का शिकार हुई हैं. दक्षिण अफ्रीका रेप की घटनाओं के मामले में दुनिया में सबसे ऊपर है. यहां हर दिन औसतन 1400 रेप की घटनाएं होती हैं. इनमें करीब 20 फीसदी घटनाओं में पुरुष भी शिकार बनते हैं.