यूरोपीय संघ आज करेगा CAA पर अपनी संसद में बहस
CAA मसले को भारत ने हमेशा अपना आंतरिक मामला बताया है लेकिन मोदी 2.0 जब से सत्ता में आई है सरकार के हर फैसले पर बाकी देशों की पूरी नज़र रही है और दूसरे देशों के प्रमुखों ने हर बड़ें फैसले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसी कड़ी में यूरोपीय संघ की संसद आज नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) पर बहस करेगी. इसके बाद गुरुवार को इसपर वोटिंग होगी. यूरोपीय संसद के कुल 751 सदस्यों में से क़रीब 626 सदस्यों ने नागरिकता संशोधन क़ानून और जम्मू कश्मीर के मसले पर विचार करने के लिए छह प्रस्ताव सदस्यों के सामने रखे थे.
फैसले पर भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने इन प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया देते हुए यूरोपीय संघ के इस फैसले की कड़ी निंदा की है. भारत ने यूरोपीय संघ से कहा है कि 'ये हमारा आंतरिक मामला है'. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इन प्रस्तावों की निंदा की है और कहा है, “इंटर पार्लियामेन्टरी यूनियन के सदस्य होने के नाते हमें क़ानून बनाने की गणतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करना चाहिए.” बता दें कि ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि इसी साल मार्च में होने वाले पीएम मोदी के ब्रसेल्स दौरे से पहले पेश किया गया ये प्रस्ताव यूरोपीय संघ के देशों के साथ भारत के संबंधों पर असर डाल सकता है.